Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सियाठी गांव में 30 जून की रात बादल फटने के दौरान एक कुत्ते के लगातार भौंकने से 60 से ज्यादा लोगों की जान बच गई, जिन पर मौत का खतरा मंडरा रहा था।
उस रात 12:30 बजे से एक बजे के बीच बादल फटने के कारण गांव में अचानक बाढ़ आ गई थी। एक घर के भूतल पर सो रहे कुत्ते ने रात 12 बजे करीब भौंकना शुरू कर दिया, जिससे उसका मालिक जाग गया। फिर उस आदमी ने अपने परिवार और कई पड़ोसियों को जगाया और उनमें से कई लोगों की जान बचाई।
बाढ़ की वजह से गांव लगभग पूरी तरह से तबाह हो गया है और अब कुछ ही घर बचे हैं। 30 जून और एक जुलाई को लगभग 30 घंटे की बारिश के दौरान बादल फटने की 10 घटनाएं हुईं और जिले में अचानक बाढ़ और भूस्खलन हुआ। 14 शव बरामद किए गए हैं, जबकि 28 लापता लोगों की तलाश जारी है।
इस आपदा में लगभग 466 घर, 92 दुकानें, 457 पशुओं के ठिकाने, 31 गाड़ी, 14 पुल और कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जबकि 446 मवेशी मारे गए हैं। लगभग 450 लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं।