जन्मदिन हो, शादियां हों या कोई भी खास मौका हो, लोग उपहार, मिठाईयां और भव्य पार्टियों के जरिये मनाते हैं। उत्तराखंड के देहरादून में पुलिस के एक जवान ऐसे मौकों का इस्तेमाल पर्यावरण संरक्षण के लिए करते हैं। मनमोहन सिंह भटकोरा ने अपने दोस्तों, परिवार और परिचितों के खास मौकों पर उन्हें पौधे लगाने के लिए देते हैं।
मनमोहन इस अभियान के लिए मासिक वेतन का करीब पांच फीसदी खर्च करते हैं। वे दो साल पहले शुरू की गई पहल के बाद से देहरादून में करीब 300 पेड़ लगा चुके हैं। मनमोहन खुद पेड़ लगाते हैं और दूसरों को भी प्रेरित करते हैं। उन्हें अपने लगाए गए पेड़ों की देखभाल करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, ताकि ये अहसास हो कि पर्यावरण की सुरक्षा साझा कर्तव्य है। उनकी पहल को मान्यता मिल रही है। कई लोगों को अपने खास दिन पेड़ लगाकर मनाने की प्रेरणा मिल रही है।
जलवायु परिवर्तन, जंगलों की कटाई और बढ़ते प्रदूषण के दौर में मनमोहन सिंह भटकोरा की निरंतर कोशिश एक प्रेरक मिसाल है। निजी उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए पेड़ लगाने के सरल, लेकिन असरदार काम के जरिये वे न सिर्फ पर्यावरण जागरूकता बढ़ा रहे हैं, बल्कि प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी और देखभाल की संस्कृति को भी प्रोत्साहित कर रहे हैं।