UP: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में गंगा नदी उफान पर बह रही है। नदी के किनारे और शहर के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की कमाई और जनजीवन पर असर पड़ा है। सोमवार को गंगा नदी खतरे के निशान को पार पर गई, जिसकी वजह से नदी के किनारे बने कई घाट पानी में समा गए। पारंपरिक रूप से किए जाने वाले अनुष्ठानों को ऊंचाई वाली जगहों पर किया जा रहा है।
घाट के साथ ही गंगा के पास बनी बस्तियां भी जलमग्न हो गई हैं, इससे लोगों की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। हालात इस कदर खराब हैं कि लोगों को दूसरे इलाकों में जाना पड़ रहा है। बाढ़ जैसे हालातों की वजह से इलाके के लोगों के सामने खाने-पीने और जरूरी सामान की किल्लत खड़ी हो गई है।
हालांकि, जिला अधिकारी ने बड़े पैमाने पर राहत अभियान शुरू किया है। लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। उनके खाने-पीने की व्यवस्था की गई है। उत्तर भारत समेत राज्य के कुछ हिस्से में लगातार हो रही बारिश की वजह से प्रदेश की प्रमुख नदी गंगा और यमुना पूरे उफान पर है। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में बाढ़ राहत और बचाव के लिए मंत्रियों की विशेष टीम का गठन किया है। इसे 'टीम-11' नाम दिया गया है।