पंजाब और हरियाणा के बीच चल रहे जल संकट के बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोमवार को पंजाब के भगवंत मान सरकार पर निशाना साधा और कहा कि हरियाणा को पानी देने से इनकार करना उनकी संकीर्ण मानसिकता को दर्शाता है।
पंजाब विधानसभा ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है, जिसमें हरियाणा को अपने हिस्से का एक भी बूंद पानी नहीं देने का संकल्प लिया गया है। सीएम सैनी ने दावा किया कि पंजाब ने अतिरिक्त पानी लिया है, लेकिन हरियाणा को नहीं दे रहा है।
मुख्यमंत्री सैनी ने चंडीगढ़ में कहा, "हम पंजाब सरकार से ये अनुरोध करते हैं कि वो हरियाणा के पीने का पानी, जो हमारे लिए, हमारे हरियाणा के लोगों के एक समस्या बन रही है दिन-प्रतिदिन, वो पीने के पानी को बिना शर्त छोड़ने का काम करें। मैं ऐसा पंजाब के नेताओं को कहना चाहता हूं क्योंकि पंजाब के लोग देख रहे हैं। आप लोगों की ओर देख रहे हैं। ये इस प्रकार की आप साजिश रच रहे हैं। ये लंबा नहीं चलने वाला है।"
जल बंटवारे को लेकर विवाद तब शुरू हुआ जब एएपी शासित पंजाब ने बीजेपी शासित हरियाणा को और अधिक पानी देने से इनकार कर दिया और दावा किया कि हरियाणा ने "मार्च तक अपने आवंटित हिस्से का 103 फीसदी पानी पहले ही इस्तेमाल कर लिया है।