कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है और उसी मुद्दे पर चर्चा के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद आज यानी 5 मई को बैठक करेगी. सुरक्षा परिषद बंद कमरे में पाकिस्तान और भारत के बीच के मौजूदा हालत पर विचार-विमर्श करेगा. इससे एक दिन पहले पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा था कि वह सुरक्षा परिषद को "भारत की आक्रामक कार्रवाइयों, उकसावों और भड़काऊ बयानों" के बारे में सूचना देगा. इसमें कहा गया है, ''पाकिस्तान सिंधु जल संधि को निलंबित करने की भारत की अवैध कार्रवाइयों को विशेष रूप से उजागर करेगा.'' साथ ही कहा गया है कि हम यह भी स्पष्ट करेंगे कि नई दिल्ली की कार्रवाइयां क्षेत्र में "शांति और सुरक्षा" को कैसे खतरे में डाल रही हैं.
सोमवार को होने जा रही बैठक दोनों पक्षों को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने सीमा पार तनाव पर अपने विचार रखने का मौका देगी. अधिकार रखने वाले 5 स्थायी सदस्यों - चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका के अलावा परिषद में 10 गैर-स्थायी सदस्य अल्जीरिया, डेनमार्क, ग्रीस, गुयाना, पाकिस्तान, पनामा, दक्षिण कोरिया, सिएरा लियोन, स्लोवेनिया और सोमालिया हैं.
हमले के बाद, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कदमों की घोषणा की, जिसमें पाकिस्तानी सैन्य सहयोगियों को निष्कासित करना, सिंधु जल संधि को निलंबित करना और अटारी बॉर्डर को तत्काल बंद करना शामिल था. जैसे को तैसा कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान ने सभी भारतीय एयरलाइनों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया और नई दिल्ली के साथ व्यापार निलंबित कर दिया. इसमें तीसरे देश के जरिए भारत का सामान घूमकर पहुंचने पर भी रोक लगा दी गई है. पाकिस्तान ने सिंधु जल संधि के भारत के निलंबन को भी खारिज कर दिया और कहा कि समझौते के तहत पाकिस्तान में पानी के प्रवाह को रोकने के किसी भी उपाय को "युद्ध की कार्रवाई" के रूप में देखा जाएगा. यानी उसे युद्ध ही माना जाएगा.