इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को बताया कि गाजा पर ताजा हमला पहले से कहीं ज्यादा गंभीर हैं। उन्होंने कहा कि सुरक्षा मंत्रिमंडल ने गाजा शहर, 'केंद्रीय शिविरों' और मुवासी में हमास के गढ़ों को खत्म करने का आदेश दिया है। यहां पांच लाख से ज्यादा शरणार्थी रहते हैं। शुक्रवार को इजराइल ने जिन जगहों पर हमले का ऐलान किया था, ये जगह उनमें शामिल नहीं थे।
नेतन्याहू ने गाजा में आम लोगों की मौत, विनाश और मदद में कमी के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि हमास में अब भी हजारों हथियारबंद लड़ाके हैं। उन्होंने दावा किया कि फिलिस्तीनी उनसे निजात पाने के लिए बेकरार है।
ताजा हमले में बताए गए 'सुरक्षित क्षेत्र' भी शामिल हैं। इन जगहों पर पहले भी बमबारी की जा चुकी है। उधर संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि गाजा में हालात 'बेहद भयावह' हैं। वहां 2023 से ज्यादातर फिलिस्तीनी विस्थापित हो चुके हैं और 61 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। इनमें करीब आधी संख्या महिलाओं और बच्चों की है।
इजराइल के इस कदम की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में निंदा की गई है। चीन ने गाजा में ‘सामूहिक दंड’ को अस्वीकार्य बताया है। रूस ने बेतहाशा दुश्मनी के खिलाफ चेतावनी दी है। संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देशों में से करीब डेढ़ सौ ने फिलिस्तीन को मान्यता दी है।