ऑस्ट्रेलिया के दक्षिणी द्वीप तस्मानिया के सुदूर समुद्र तट पर 150 से ज्यादा डॉल्फिन फंस गई हैं। माना जा रहा है कि इनमें से दर्जनों डॉल्फिन मर चुकी हैं जबकि बाकियों को बचाने की कोशिश की जा रही है। डॉल्फिन की फॉल्स किलर व्हेल प्रजाति छह मीटर लंबी होती है और इसका वजन करीब एक टन होता है। ऐसे में उन्हें रिलोकेट करना काफी मुश्किल काम है।
ओर्का जैसी दिखते की वजह से इन्हें फॉल्स किलर व्हेल कहा जाता है। इंसानों के लिए इन्हें खतरनाक माना जाता है। ओर्का जैसी दिखते की वजह से इन्हें फॉल्स किलर व्हेल कहा जाता है। इंसानों के लिए इन्हें खतरनाक माना जाता है।
इन डॉल्फिन के तट पर फंसे होने की वजह अब तक पता नहीं चली है। विशेषज्ञों का मानना है कि इनके पोस्टमार्टम के बाद ही सही जानकारी मिल पाएगी। पिछले 50 साल में ये पहला मामला है जब इतनी बड़ी तादाद में डॉल्फिन समुद्र किनारे फंसी हुई हैं।