मशहूर यूट्यूबर एल्विश यादव और पंजाबी सिंगर फाजिलपुरिया के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुग्राम स्थित PMLA विशेष अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया है. ये आरोप पत्र मनी लॉन्ड्रिंग केस में दाखिल की गई है. अदालत ने आरोप पत्र पर संज्ञान लेने के बाद ही एल्विश यादव और फाजिलपुरि को अदालत में पेश होने के लिए तलब किया जाएगा. इतना ही नहीं ED ने इस केस में चंडीगढ़ की स्काई डिजिटल कंपनी को भी आरोपी ठहराया है.
ED की जांच में पता चला है कि दोनों कलाकारों ने अपने गाने ‘32 बोर’ में सांपों का इस्तेमाल किया था. इसके बाद इस वीडियो से जितनी भी कमाई हुई थी उसको संपत्ति में निवेश किया गया. जांच के दौरान यह भी सामने आया है कि इस गाने से करीब 52 लाख रुपये की आमदनी हुई थी, जिसमें से फाजिलपुरिया ने बिजनौर में 3 एकड़ जमीन खरीदी. इस जमीन की कीमत लगभग 50 लाख रुपये बताई जा रही है. ED ने इस जमीन के साथ-साथ दोनों के करीब 55 लाख रुपये की संपत्तियां और बैंक खाते जब्त कर लिए हैं.
वही ED ने सितंबर 2024 में दोनों से दिल्ली स्थित जोनल कार्यालय में गहन पूछताछ भी की थी. बता दें कि एल्विश यादव इससे पहले भी नोएडा के चर्चित कोबरा केस में आरोपी रह चुके हैं. पूर्व सांसद मेनका गांधी की संस्था पीपुल्स फॉर एनिमल्स ने एल्विश समेत 6 लोगों पर वन्यजीव संरक्षण कानून की धाराओं के तहत केस दर्ज कराया था. आरोप था कि एल्विश और उसके सहयोगी रेव पार्टियों में सांपों और उनके जहर की सप्लाई करते थे. नोएडा पुलिस ने मार्च 2024 में एल्विश को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद ईडी ने भी इस मामले में जांच शुरू कर दी थी.