मेरठ के भावनपुर थाना क्षेत्र के रालीचौहान गांव के जूनियर हाईस्कूल में सातवीं कक्षा के छात्र की बेरहमी से पिटाई करने पर आरोपी टीचर के खिलाफ मुकदमा हो गया है। वहीं आरोपी टीचर विकेश कुमार सिंह को बीएसए आशा चौधरी ने सस्पेंड भी कर दिया है। सोमवार देर रात बीएसए ने यह एक्शन लिया। वहीं पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज कर लिया।
जब पीड़ित छात्र के साथ सपा नेताओं ने एसएसपी से मुलाकात कर पूरी घटना की जानकारी दी थी। न्याय मांगा था। पीडित परिवार ने एसएसपी ऑफिस पहुंचकर भावनपुर पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया था।
आपको बता दे शनिवार को भावनपुर के राली चौहान गांव के जूनियर हाईस्कूल में बंटी का 13 वर्षीय बेटा कार्तिक कक्षा सात का छात्र है। बंटी ने आरोप लगाया कि शिक्षक विकेश सिंह ने उनके बेटों की पिटाई की है। इसकी शिकायत स्कूल के प्रधानाध्यापक से भी की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। सपा नेता रविन्द्र प्रेमी और पीड़ित परिवार ने थाना पुलिस पर शिक्षक को बचाने के आरोप लगाए। शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की।
जहां गांव राली चौहान में रहने वाले चरण सिंह ने बताया था कि वो मजदूरी करके अपना घर चलाते हैं। उनका 13 साल का बेटा कार्तिक गांव के सरकारी जूनियर हाई स्कूल में पढ़ता है। स्कूल के टीचर ने बच्चे को बुरी तरह पीटा है। पिता ने बताया कि स्कूल के टीचर ने बेटे को बेरहमी से मारा। उसके शरीर में चोट के निशान आ गए है। हालत गंभीर है। चोट के कारण बच्चा खाना भी नहीं खा पा रहा है। जब मैंने टीचर से बताया कि बेटे को क्यों पीटा? शिकायत करुंगा, तो उन्होंने कहा कि ऐसे ही पीटूंगा जो बिगाड़ना है बिगाड़ लेना।
वहीं इस पूरे मामले में बीएसए आशा चौधरी का कहना है कि खंड शिक्षा अधिकारी रजपुरा से पूरे प्रकरण की जांच कराई गई है। अन्य शिक्षकों के भी बयान लिए गए हैं। सहायक अध्यापक विकेश कुमार सिंह से भी स्पष्टीकरण लिया गया है। जिसमें शिक्षक ने कहा कि वह कक्षा 6 में गणित पढ़ा रहे थे। कक्षा 7 के बच्चे कार्तिक व दिपांशु आपस में झगड़ रहे थे। बच्चों को लड़ने मना करते उन्हें दूर कर अपनी सीट पर बैठने को कहा। शिक्षक ने बच्चों को पीटने के आरोप को निराधार बताया है। बीएसए का कहना है कि खंड शिक्षा अधिकारी की आख्या के आधार पर विकेश कुमार सिंह को निलंबित कर दिया गया है। खंड शिक्षा अधिकारी त्रिवेन्द्र कुमार, सुरेन्द्र, ऋचा शर्मा को जांच सौंपी गई है।