मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को जांच एजेंसी एनआईए की टीम अमेरिका से लेकर भारत आ चुकी है। इससे पहले अमेरिका पहुंची टीम ने अमेरिकी अधिकारियों के साथ सभी कागजी कार्रवाई और कानूनी औपचारिकताएं पूरी की थी और राणा को लेकर भारत के लिए रवाना हो गई थीं। 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को अमेरिका से एनआईए की 7 सदस्यीय टीम लेकर दिल्ली आ चुकी है। तहव्वुर राणा का मेडिकल कराया गया और फिर एनआईए ने उसे कोर्ट में पेश किया। राणा को अमेरिका से भारत लाए जाने के बाद उसे तिहाड़ जेल के उच्च सुरक्षा वार्ड में रखा गया है।
NIA को 26/11 मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा की 18 दिन की रिमांड मिली है। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने देर रात फैसला सुनाया है।मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा के खिलाफ दिल्ली की पटियाला हाउस में सुनवाई पूरी हो चुकी है। एनआईए ने राणा की 20 दिन की कस्टडी की मांग की। थोड़ी देर में कोर्ट फैसला सुना सकती है। तहव्वुर राणा के 14 दिन की रिमांड की मांग एनआईए की ओर से कोर्ट से की गई।
26/11 मुंबई हमलों के मुख्य साजिशकर्ता तहव्वुर हुसैन राणा को कड़ी मशक्कत के बाद अमेरिका से भारत लाने में सफलता मिली है. अब उसके खिलाफ भारत में कानून के अनुसार मुकदमा चलाया जाएगा. फिलहाल दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने तहव्वुर राणा को 18 दिनों के लिए NIA की हिरासत में भेज दिया है. जांच एजेंसी अब मुख्य साजिशकर्ता से अंदर की बात उगलवाने की कोशिश करेगी. उधर, जांच एजेंसी NIA मुख्यालय के आसपास सुरक्षा काफी बढ़ा दी गई है. NIA मुख्यालय से करीब 200 मीटर पहले ही बैरिकेडिंग लगा दी गई है, ताकि कोई भी उधर न जा सके. दिल्ली पुलिस के साथ-साथ अर् सैनिक बल के जवानों की तैनाती की गई है. बता दें कि तहव्वुर राणा फिलहाल NIA मुख्यालय में ही 18 दिनों तक रहेगा.
26/11 मुंबई हमले के आरोपी तहव्वुर राणा से पूछताछ होगी. इससे पहले देर रात करीब ढाई बजे आरोपी तहव्वुर राणा को पटियाला हाउस कोर्ट ने एनआईए के रिमांड पर भेजने का आदेश दिया था. इसके बाद उसे NIA मुख्यालय लाया गया. एनआईए ने साल 2009 में मुंबई हमलों को लेकर मामला दर्ज किया था. इस मामले की जांच इस आरोप पर शुरू हुई थी कि डेविड कोलमैन हेडली और कनाडा में रहने वाले पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक तहव्वुर राणा ने साल 2006 में पाकिस्तान में स्थित लश्कर-ए-तैयबा और हरकत-उल-जिहाद अल इस्लामी (हूजी) के सदस्यों के साथ मिलकर भारत के विभिन्न हिस्सों में आतंकी वारदातों को अंजाम देने के लिए आपराधिक साजिश रची थी