दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के टूंडला में नवजात बच्ची के अपहरण और उसे बेचने की कोशिश करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, गिरफ्तार लोगों में दो मूक-बधिर हैं। पुलिस ने कहा कि पकड़े गए आरोपितों के कब्जे से दो और बच्चे बरामद किए गए हैं। इनमें एक बच्चे की उम्र पांच साल है, वहीं दूसरी दो साल की लड़की है। पुलिस इन बच्चों के माता-पिता की तलाश कर रही है।
पुलिस ये कार्रवाई उस नवजात लड़की की तलाश में की, जिसके बंगला साहिब रोड पर गोले मार्केट इलाके से अपहरण की जानकारी मिली थी। नई दिल्ली के पुलिस कमिश्नर देवेश कुमार महला ने कहा, "जांच के दौरान टीम ने घटना स्थल और उसके आसपास के सीसीटीवी कैमरों का फुटेज लेकर उनका एनालिसिस किया।"
अधिकारी ने बताया कि पुलिस की एक टीम ने एक महिला को एक छोटे बच्चे के साथ घटना स्थल से दूर जाते देखा। महिला के रूट का पता लगाने के लिए 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज का एनालिसिस किया गया। डीसीपी ने कहा कि महिला को एक आदमी के साथ मिलते और उसके साथ शिवाजी ब्रिज रेलवे स्टेशन की ओर जाते देखा गया, जिसके बाद पुलिस उनसे दूर हो गई।
अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने उस शख्स की पहचान कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर में रहने वाले मूक-बधिर रुधिर के तौर पर की। उन्होंने कहा, "दोनों ने पुलिस को दूसरे आरोपियों के बारे में बहुत कम जानकारी दी, लेकिन कम डेटा के बावजूद टीम ने गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के पास कई झुग्गी बस्तियों में छापेमारी की और अनीता देवी उर्फ नीतू नाम की महिला को पकड़ा।"
उन्होंने बताया कि अनीता के पास दो और बच्चे पाए गए। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि उसने लड़की को अपने पति दीपक सत्संगी को सौंप दिया था, जो उसके साथ उत्तर प्रदेश के टूंडला के लिए ट्रेन में चढ़ गया।
डीसीपी ने कहा, "दंपति का इरादा अपहृत लड़की को बेचने का था। टीम ने तेजी से कार्रवाई की और टूंडला के लिए रवाना हो गई। टीम ने सत्संगी को टूंडला रेलवे स्टेशन पर पकड़ लिया, जब वो भागने की कोशिश कर रहा था। उसके कब्जे से अपहृत बच्ची को बरामद कर लिया गया। जांच में पता चला कि सत्संगी मूक-बधिर है।''
पुलिस के मुताबिक अनिता देवी ने झुग्गी से बरामद किए गए दोनों बच्चों के माता-पिता के बारे में अब तक कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया है।