हैदराबाद, 10 सितंबर (भाषा) निर्वाचन आयोग के अधिकारियों द्वारा एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों की मतदाता सूची में नाम दर्ज कराए जाने के लिए कांग्रेस नेता पवन खेड़ा की पत्नी कोटा नीलिमा को भेजे गए नोटिस के संबंध में उन्होंने (नीलिमा) बुधवार को कहा कि उन्होंने आठ साल पहले पता बदलने के लिए आवेदन दिया था।
तेलंगाना में कांग्रेस नेता नीलिमा ने आरोप लगाया कि उन्हें नोटिस भेजने और आठ साल बाद इस मुद्दे को उठाने का समय ‘‘बेहद संदिग्ध’’ है क्योंकि कांग्रेस के ‘वोट चोरी’ अभियान के समय में ही उन्हें यह नोटिस भेजा गया है।
उन्होंने दावा किया कि निर्वाचन अधिकारियों को पता बदलने के लिए उनके द्वारा प्रस्तुत फॉर्म-छह पर कार्रवाई करनी चाहिए थी और उनका पुराना ईपीआईसी (मतदाता फोटो पहचान पत्र) हटा देना चाहिए था।
नीलिमा ने आरोप लगाया कि 2017 में उनके द्वारा प्रस्तुत फॉर्म 6 पर कार्रवाई नहीं की गई और संबंधित ईपीआईसी अब भी मान्य है।
उन्होंने दावा किया कि उन्हें निर्वाचन अधिकारियों की ओर से कोई नोटिस प्राप्त नहीं हुआ, बल्कि यह नोटिस निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर डाल दिया गया, जिसमें उनका ‘पूरा पता पूरी दुनिया के सामने उजागर कर दिया गया’ और इसे ‘एक्स’ पर भी साझा किया।
नीलिमा ने कहा कि उन्होंने नोटिस का जवाब दे दिया है।
उन्होंने कहा कि नोटिस जारी करने से पहले उनसे कोई तथ्य नहीं जुटाए गए।
दिल्ली के निर्वाचन अधिकारीयों ने चार सितंबर को नीलिमा को नोटिस जारी किया, जिसमें यह आरोप लगाया गया कि उन्होंने तेलंगाना सहित एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाता सूची में नाम दर्ज कराया हुआ है।
नीलिमा को भेजे गए नोटिस में कहा गया कि वह नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र और तेलंगाना के खैरताबाद में मतदाता के रूप में पंजीकृत हैं। उन्हें नोटिस का जवाब देने के लिए 10 सितंबर पूर्वाह्म 11 बजे तक का समय दिया गया है।
भाषा प्रीति माधव
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