(तस्वीरों के साथ)
वाराणसी (उप्र), 10 सितंबर (भाषा) मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम अपने तीन दिवसीय दौरे पर बुधवार शाम वाराणसी पहुंचे। लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डे पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने उनकी अगवानी की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बृहस्पतिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के एक दिवसीय दौरे के दौरान मॉरीशस के अपने समकक्ष नवीन रामगुलाम के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।
उत्तर प्रदेश सरकार के आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र 'दयालु' ने कहा “ मॉरीशस हमारे संस्कृति और दिल के अत्यंत करीब है। वहां के प्रधानमंत्री के वाराणसी आने से दोनों देशों के रिश्ते और प्रगाढ़ होंगे।”
दयालु ने कहा कि मॉरीशस के भारतवंशी आज भी खुद को धर्म और अध्यात्म से जोड़े हुए हैं तथा मॉरीशस के लोगों ने यहां से गंगा जल ले जा कर वहां गंगा तालाब बनाया है।
उन्होंने कहा कि मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम के दादा गिरमिटिया मजदूर के रूप में मॉरीशस गए थे और आज उनके वंशज देश के प्रधानमंत्री हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधान परिषद सदस्य धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि हवाई अड्डे से होटल ताज तक मॉरीशस के प्रधानमंत्री का स्वागत किया गया। मॉरीशस के प्रधानमंत्री का यह तीन दिवसीय दौरा है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी अपने एक दिवसीय दौरे पर 11 सितंबर को वाराणसी में मॉरीशस के प्रधानमंत्री रामगुलाम के साथ द्विपक्षीय वार्ता में हिस्सा लेंगे और इसके बाद रामगुलाम देर शाम गंगा आरती में भी शामिल होंगे।
सिंह ने बताया कि मॉरीशस के प्रधानमंत्री 12 सितंबर की सुबह श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन करके वाराणसी से रवाना होंगे।
भाजपा की महानगर इकाई के अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत के लिए काशी की जनता और कार्यकर्ता तैयार हैं।
उन्होंने बताया कि पुलिस लाइन से ताज होटल तक स्वागत के लिए छह स्थल निर्धारित किए गए हैं और इन जगहों पर पार्टी कार्यकर्ता गुलाब की पंखुड़ियों, बैंड-बाजा, ढोल-नगाड़ा और शंख ध्वनि से प्रधानमंत्री की अगवानी करेंगे। साथ ही जगह-जगह सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
प्रशासन द्वारा जारी एक बयान के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को अपने एक दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम की मेजबानी करेंगे और इस ऐतिहासिक शहर में दोनों नेताओं के बीच होने वाली बैठक स्थायी सभ्यतागत संबंध, आध्यात्मिक जुड़ाव और दोनों देशों के लोगों के बीच गहरे बंधनों को रेखांकित करती हैं।
बयान के मुताबिक, द्विपक्षीय चर्चा के दौरान दोनों नेता द्विपक्षीय सहयोग के सभी पहलुओं की समीक्षा करेंगे जिसमें विकास साझेदारी और क्षमता निर्माण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
इसमें कहा गया है कि वे स्वास्थ्य, शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, बुनियादी ढांचे के साथ-साथ अक्षय ऊर्जा और डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना जैसे उभरते क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के अवसरों पर भी चर्चा करेंगे।
यह यात्रा मार्च 2025 में प्रधानमंत्री मोदी की मॉरीशस की राजकीय यात्रा से उत्पन्न सकारात्मक माहौल पर आधारित है जिस दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को 'संवर्धित रणनीतिक साझेदारी' तक बढ़ाया था।
बयान के अनुसार वाराणसी में होने वाली यह बैठक पारस्परिक समृद्धि, सतत विकास और सुरक्षित एवं समावेशी भविष्य की दिशा में भारत और मॉरीशस की साझा यात्रा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित होगी
भाषा सं सलीम नोमान
नोमान