वियना, 10 सितम्बर (एपी) ईरान और अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के बीच हुए समझौते के तहत संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी एजेंसी को ईरान के सभी परमाणु प्रतिष्ठानों तक पहुंच मिलेगी और तेहरान को इस वर्ष की शुरुआत में इजराइल द्वारा हमला किए गए स्थलों पर मौजूद सामग्री के बारे में रिपोर्ट देनी होगी। यह जानकारी आईएईए के प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने बुधवार को दी।
इस समझौते की घोषणा मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी महानिदेशक राफेल ग्रॉसी, ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची और मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलती के बीच बैठक के बाद की गई।
समझौते का विवरण तुरंत जारी नहीं किया गया। बुधवार को वियना में अपनी एजेंसी के ‘बोर्ड ऑफ गवर्नर्स’ को संबोधित करते हुए, ग्रॉसी ने कहा कि यह दस्तावेज ‘‘निरीक्षण सूचनाओं की प्रक्रियाओं और उनके क्रियान्वयन की स्पष्ट समझ प्रदान करता है।’’
ग्रॉसी ने कहा कि इस समझौते में ‘‘ईरान की सभी सुविधाएं और प्रतिष्ठान शामिल हैं और इसमें उन सभी पर हमला किए गए प्रतिष्ठानों को लेकर आवश्यक जानकारी देने की बात भी शामिल है, जिनमें वहां मौजूद परमाणु सामग्री भी शामिल है।’’
उन्होंने कहा कि इससे ‘‘संबंधित निरीक्षण और पहुंच का रास्ता खुलेगा’’, हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि यह कब होगा।
ग्रॉसी ने ‘बोर्ड ऑफ गवर्नर्स’ को बताया, ‘‘इस दस्तावेज़ की तकनीकी प्रकृति इसके गहन महत्व को कमतर नहीं करती। ईरान और एजेंसी अब पुन: सम्मानजनक और व्यापक तरीके से सहयोग शुरू करेंगे। मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहूंगा कि इन व्यावहारिक कदमों को अभी लागू करने की आवश्यकता है।’’
ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने दो जुलाई को ईरान की संसद द्वारा पारित एक कानून पर हस्ताक्षर किए थे, जिसके तहत संयुक्त राष्ट्र परमाणु निगरानी एजेंसी के साथ सभी प्रकार के सहयोग निलंबित कर दिए गए थे। यह कदम जून में ईरान के साथ इजराइल के 12 दिनों के युद्ध के बाद उठाया गया था, जिसमें इजराइल और अमेरिका ने ईरानी परमाणु स्थलों पर हमले किए थे।
एपी अमित सुरेश
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