उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने बुधवार को विधानसभा परिसर में गुटखा और पान मसाला पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। ये घोषणा महाना की ओर से मंगलवार सुबह सदन की कार्यवाही के दौरान विधानसभा परिसर के अंदर पान मसाला थूकने के बाद की गई। अध्यक्ष ने इस घटना पर अपनी नाराजगी भी व्यक्त की थी। कथित तौर पर स्पीकर ने कर्मचारियों से गंदगी साफ करने को कहा था। हालांकि, महाना ने विधायक का नाम नहीं लिया, लेकिन कहा कि उन्हें पता है कि वो कौन है।
कड़ी असहमति व्यक्त करते हुए, स्पीकर ने सभी सदस्यों को जनता द्वारा चुने गए विधायकों के रूप में स्वच्छता के प्रति उनकी जिम्मेदारी की याद दिलाई। बुधवार को प्रश्नकाल के बाद महाना ने घोषणा की, "तत्काल प्रभाव से, विधानसभा परिसर के अंदर पान मसाला और गुटखा के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।"
उन्होंने कहा, "कर्मचारी, अधिकारी या कोई भी अन्य व्यक्ति, विधानसभा परिसर के भीतर गुटखा या पान मसाला खाते हुए पाया गया तो उस पर 1,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। नियमों के अनुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।" विधानसभा में मौजूद कुछ सदस्यों ने सुझाव दिया कि महंगाई के कारण जुर्माने की राशि बढ़ाई जानी चाहिए।
महाना ने हल्के-फुल्के अंदाज में जवाब देते हुए कहा, "उन माननीय सदस्यों के नाम नोट कर लीजिए जो अधिक जुर्माना मांग रहे हैं। अगर वे थूकते हुए पकड़े गए तो हम उनसे अतिरिक्त जुर्माना वसूलेंगे।" उनकी टिप्पणी से विधानसभा सदस्यों में ठहाके गूंज उठे।