उत्तर प्रदेश के औरैया जिला प्रशासन ने अनूठी पहल शुरू की है। जिले के अधिकारी किसानों को प्रोत्साहित कर रहे है कि वो अपने खेतों में पराली जलाने की बजाए, उसका इस्तेमाल खाद बनाने के लिए करें।
जिला प्रशासन की इस पहल का मकसद किसानों को पराली जलाने से रोकना है। अधिकारियों का कहना है कि किसान पराली को जलाने की बजाए पशुओं के चारे के रूप में पशुपालन विभाग को दे सकते हैं और बदले में उनसे खाद ले सकते हैं।
किसानों ने जिला प्रशासन के इस कदम का स्वागत किया है। पराली जलाना उत्तर भारत में लंबे समय से मुद्दा बना हुआ है। ज्यादातर लोग इसे सर्दी के मौसम में एयर क्वालिटी खराब होने की वजह मानते हैं। यही वजह है कि कुछ राज्य सरकारों ने पराली जलाने के खिलाफ कानून बनाया है।