लगातार हो रही बारिश अब आफत बनती जा रही है मेरठ में भी दो दिनों से लगातार रुक रुक कर बारिश हो रही है इस वजह से मेरठ देहात के मवाना तहसील के थाना बहसूमा क्षेत्र के मोड खुर्द गांव में एक मकान की कच्ची छत गिरने से गर्भवती मां और उसके तीन बच्चे मालवे में दब गए जिसमें दो बच्चों की मौत हो गई फिलहाल गर्भवती महिला और उसके एक बच्चे को सकुशल बचा लिया गया है। जिलाधिकारी का कहना है कि पीड़ित परिवार को जो भी सरकारी सहायता होगी वह की जाएगी।
दरअसल पूरा मामला मेरठ के मवाना तहसील के थाना वैष्णो के मोड खुर्द गांव का है जहां शुक्रवार दोपहर लगभग 3 बजे गांव के एक जर्जर मकान की छत लगातार बारिश होने की वजह से भरभरा कर गिर गई जिसने रह रही गर्भवती महिला रूकसार और उस के तीन बच्चे 5 साल का बेटा, 4 साल का बेटा और लगभग 1 साल की बेटी भी छत के मलबे में दब गए। मकान के बारे में बताया जा रहा है कि इस घर में अंदर दो कमरे थे और उन कमरों की छत से पानी टपक रहा था। इसलिए बारिश से बचने के लिए उसने घर की कच्ची छत में पॉलिथीन लगाई हुई थी लेकिन लगातार हो रही बारिश से घर की कच्ची छत गिर गई। जिसमे लगभग 1 साल की बच्ची वा दूसरे 4 साल बच्चे की मौत हो गई इस हादसे में गर्भवती महिला व उसका एक 5 साल का पुत्र घायल हो गया, हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस व इलाके के लोगों ने आनन-फानन में मलबे में दबे बच्चों और महिला को निकाला लेकिन तब तक देर हो चुकी थी इस हादसे में छत गिरने से दो मासूम बच्चों की मौत हो चुकी थी और वही हादसे में घायल महिला व उसके 5 साल के बेटे को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है फिलहाल मृतक बच्चों का पंचनामा भरकर पुलिस पोस्टमार्टम की कार्यवाही के लिए शव को पोस्टमार्टम हाउस भेजा जा रहा है।
वहीं इस पूरे मामले में मेरठ के जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि छत गिरने से दो बच्चो की मौत हुई है जिसमे 4 वर्ष का बेटा बिलाल और 1 वर्ष की बेटी इनाया है। एक अन्य बच्चा और घायल था जो खतरे से बाहर है जिलाधिकारी ने कहा कि दैवीय आपदा के हिसाब से 24 घंटे में पीड़ितों को मुआवजा भी दिलाया जाएगा इसके लिए एडीएम फाइनेंस को बोल दिया गया है जो भी आर्थिक सहायता होगी वो की जाएगी पीड़ितों की हर संभव मदद की जाएगी।