जम्मू कश्मीर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने दावा किया कि उसने एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया है, जिसमें भू-माफिया ने अधिकारियों की मिलीभगत से 28 एकड़ से ज्यादा जमीन हड़पी गई है।
एसीबी-जम्मू के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल विकास गुप्ता ने बताया कि सरकारी अधिकारियों सहित आरोपितों के खिलाफ पांच एफआईआर दर्ज की गई हैं और घोटाले में शामिल 16 लोगों के परिसरों पर छापेमारी चल रही है।
विकास गुप्ता ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के कई शरणार्थियों को, जिन्हें 1955-56 में बसने के लिए कुछ जमीन आवंटित की गई थी, षड्यंत्रकारियों के जरिए वहां भेजा गया था। इस अवसर पर एसीबी के सीनियर पुलिस अधीक्षक (मध्य) सुरेन्द्र कुमार शर्मा सहित कई सीनियर अधिकारी मौजूद थे।
इस मामले की जांच का नेतृत्व कर रहे सुरेन्द्र कुमार शर्मा ने कहा कि जम्मू जिले के असरवान, मिश्रीवाला और भलवाल क्षेत्र में 225 कनाल संरक्षक भूमि को भू-माफिया ने संरक्षक, राजस्व और पुलिस विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से हड़प लिया है।
उन्होंने कहा कि अब तक तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों और पटवारियों सहित आठ से 10 सेवारत और सेवानिवृत्त राजस्व अधिकारियों के नाम एफआईआर में दर्ज किए गए हैं।