आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के जमानत पर जेल से बाहर आने से हरियाणा के चुनावी रण में उतरी उनकी पार्टी को बड़ी ताकत मिल सकती है। केजरीवाल का चुनाव प्रचार राजनीतिक रूप से कांग्रेस के लिए नुकसानदायक और सत्तारूढ़ भाजपा के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन की स्थिति में जिस वोट बैंक का नुकसान भाजपा को होता, वह अब इन दोनों दलों में बंटने की स्थिति बन चुकी है। अरविंद केजरीवाल जेल में थे तो उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हरियाणा में मोर्चा संभाले रखा।
भाजपा-कांग्रेस के नौ बागियों को आप के टिकट 2019 के विधानसभा चुनाव में नोटा से पिछड़ने वाली आप ने 2024 के इस चुनाव में सभी 90 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।