कोलकाता के सरकारी आर जी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में आंदोलन कर रहे जूनियर डॉक्टरों के सपोर्ट में पहुंची फेसम फिल्म मेकर अपर्णा सेन ने मंगलवार को सवाल उठाया कि पुलिस और अस्पताल के अधिकारियों ने महिला डॉक्टर के माता-पिता के सामने शुरू में उसके साथ हुए 'रेप' और हत्या को आत्महत्या क्यों बताया था।
इस दौरान गेट के पास उत्तर कोलकाता के कुछ कथित सीपीआई(एम) कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की और उन्हें 'चाटुकार बुद्धिजीवी' कहा। नारेबाजी करने वालों ने कहा कि उन्होंने पहले 'युवती पर हुए बर्बर हमले' के खिलाफ आवाज नहीं उठाई और 'पब्लिसिटी के लिए पांच दिन बाद जागी हैं', लेकिन उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
इससे पहले रैली श्यामबाजार क्रॉसिंग पर मौजूद नेताजी की प्रतिमा से शुरू हुई और आर जी कर अस्पताल के मेन गेट पर पहुंची। पोस्ट ग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर का शव शुक्रवार सुबह अस्पताल के सेमिनार हॉल में मिला था। कलकत्ता हाई कोर्ट ने मंगलवार को मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है।