उत्तराखंड में 10 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलते ही तीर्थ यात्रियों के आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। तैयारियां जोरों पर चल रहीं हैं। रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन, पुलिस, गढ़वाल मंडल विकास निगम और दुकानदारों ने गौरीकुंड में शिव की मूर्ति ले जा रही देव डोली का स्वागत किया।
भगवान शिव की पंचमुखी डोली शुक्रवार, 10 मई को अपने अंतिम पड़ाव केदारनाथ मंदिर पहुंचेगी। गुरुवार सुबह उनकी डोली गौरीकुंड के गौरामाई मंदिर से रवाना हो चुकी है। तीर्थयात्रियों के साथ लगभग 300 वाहन सुबह-सुबह हरिद्वार से रवाना हुए, जहां से तीर्थयात्री अपनी यात्रा शुरू करते हैं।
चार धाम यात्रा उत्तराखंड में एक हिंदू तीर्थयात्रा सर्किट है, जिसमें गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ शामिल हैं। तीर्थयात्रियों ने कहा कि पिछले साल की तुलना में इस बार राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए बेहतर इंतजाम किए।
बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि देश-विदेश से सैकड़ों श्रद्धालु भी डोली यात्रा के साथ केदारनाथ जा रहे हैं।