Prayagraj: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। मार्गशीष माह की पंचमी और बुधवार के शुभ दिन के मौके पर श्री रमता पंच दशनाम आवाहन अखाड़ा ने जोर-शोर से नगर में प्रवेश किया। इस दौरान साधु, संत घोड़ों और वाहनों पर सवार नजर आए। नगर में प्रवेश के दौरान आवाहन अखाड़े के साधु संतों ने अपने करतब भी दिखाए और अपनी परंपरा का भी प्रदर्शन किया।
वाराणसी का श्री रमता पंच दशनाम आवाहन अखाड़ा अरैल घाट के ताप्सी आश्रम से निकला और मड़ौका नैनी तक गया। नगर प्रवेश के लिए आवाहन अखाड़े से जुड़े सभी साधु-संत नागा संन्यासी महामंडलेश्वर तपसी बाबा के आश्रम पर जुटे और भगवान गणेश की पूजा के बाद भंडारे का प्रसाद लेकर आगे बढ़े।
श्री रमता पंच दशनाम आवाहन अखाड़ा ने बुधवार को नगर प्रवेश किया तो श्री पंचायती तपोनिधि निरंजन अखाड़ा ने मेला स्थल में अपनी जगह पर भूमि पूजन किया। माना जाता है कि भूमि पूजन के कार्यक्रम के साथ ही सभी देवता महाकुंभ खत्म होने तक संगमनगरी में ही प्रवास करते हैं।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 12 साल बाद महाकुंभ लग रहा है। इसकी शुरुआत अगले साल 13 जनवरी से हो जाएगी और ये 26 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान 40 करोड़ से ज्यादा साधु संतों और श्रद्धालुओं के संगम स्नान की उम्मीद लगाई जा रही है।