साल 2024 सोना और चांदी के लिए शानदार रहा। इस साल इन दोनों कीमती धातु के दाम में काफी बढोतरी देखी गई, इस साल की शुरुआत में सोने की कीमतें 63,000 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, जो इस वक्त 78,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास हैं। इस तरह इसमें करीब 24 फीसदी की बढोतरी हुई है।
इसी तरह साल की शुरुआत में 78,600 रुपये किलो रही चांदी के दाम अब बढकर 91,000 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गए हैं और इसमें 16 फीसदी की बढोतरी हुई है। एलकेपी सिक्योरिटीज उपाध्यक्ष के रिसर्च जतिन त्रिवेदी ने बताया कि “दूसरी चीजों के मुकाबले सोने और चांदी ने बहुत मजबूत और शानदार रिटर्न दिया है। अब अगर आप इसकी तुलना कैलेंडर वर्ष के नजरिए से करते हैं तो जनवरी से घरेलू स्तर पर 64,000 रुपये के बाद सोना अब 75,000 रुपये से ऊपर कारोबार कर रहा है। इसलिए ये पहले से ही 20-21% रिटर्न जैसा है। भले ही हम करीब 30% के उच्चतम शिखर से रिट्रेसमेंट पर विचार करें,सोने ने वर्तमान में रुपये पर 21% का अच्छा रिटर्न दिया है।
ज़वेरी बाज़ार के ज्वैलरों का कहना है कि "स्टार्टिंग में जब ईयर शुरू हुआ था न तब रशिया का वॉर के हिसाब से यूएस में बॉन्ड्स रशिया की प्रॉपर्टी के सब एसेट्स सीज कर दिए थे। तो इसलिए पूरी दुनिया इस बात से जाग गई यूएस में बॉन्ड्स में पैसा रखते हैं और कभी हमारे साथ ऐसा हो गया सीज कर दिया तो। हमें प्रक्षेपवक्र को सोने की ओर स्थानांतरित करना चाहिए। कि गोल्ड बाय करके हम अपने पास रखेंगे। इससे हमारी करंसी भी स्ट्रॉन्ग होगी और हमारे पास सेफ कस्टडी में होगा। और सोना अमेरिका में निवेश करने के बजाय उनकी सुरक्षित हिरासत में रहेगा। इसलिए अब सभी केंद्रीय बैंक खरीदारी के बारे में सोच रहे हैं की जगह सोना अपना पैसा बांड में रखना।"
"आने वाले 2025 में भी गोल्ड सिल्वर बॉइअन्ट ही रहेंगे ऊपर ही रहेंगे प्राइज बट मैं गोल्ड में ज्यादा तेजी देखता हूं, मुझे उम्मीद है कि सोने की तुलना में चांदी की कीमतें ज्यादा बढ़ेंगी। चांदी ने सोने की बराबरी नहीं की है, ऐसा करने के लिए उसे कुछ दूरी तय करनी होगी। इसके अलावा अगले साल अगर इंग्लैंड भी चार इंटरेस्ट अगर घटाती है और यूएस भी दो इंटरेस्ट घाटती है तो उससे भी तो इससे चांदी को बढ़ावा मिलेगा क्योंकि उद्योग में इसका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। अगर इकोनॉमी सुधरती है तो सिल्वर का डिमांड बहुत तेजी से बढ़ेगा।"))
पिछले पांच सालों में देश में सोने के दाम दोगुने हो गए हैं। वहीं पिछले दो दशकों में इसमें दस गुना की बढोतरी हुई है।सोना और चांदी लंबी अवधि के निवेशकों के लिए हमेशा पसंदीदा रहे हैं। इसकी वजह ये है कि इनमें अच्छा रिटर्न मिलता है और कभी भी इन्हें बेचा जा सकता है, विश्लेषकों को भरोसा है कि 2025 में सोने और चांदी में तेजी 2024 की तरह ही जारी रहेगी।
एलकेपी सिक्योरिटीज के रिसर्च जतिन त्रिवेदी ने कहा कि “मैं कम से कम करीब 82,000 से 85,000 के स्तर पर अनुमान लगा रहा हूं। अच्छे हालात में 82,000 से 85,000 के बीच आगे बढ़ रहा हूं। मैं उम्मीद कर रहा हूं ये 85,000 होगा। कम से कम मध्यम स्तर पर मैं सोने की कीमत 80,000 से 82,000 की उम्मीद कर रहा हूं। और अगर आप चांदी के बाजार के बारे में बात करते हैं तो चांदी के लिए ये 100,000 से 105,000 के आसपास होगा।
विशेषज्ञों के अनुसार मध्य पूर्व और यूक्रेन में चल रही जंग की वजह से कच्चे तेल की कीमतों में उतार चढाव होता रहा जिससे सोने और चांदी की कीमतों में भी बढोतरी हुई, 2025 में भी दोनों मेटल के दाम में और बढ़ोतरी होने की उम्मीद है क्योंकि आने वाले वक्त में रूस-यूक्रेन जंग और दुनिया भर के आर्थिक हालात में बदलाव की उम्मीद कम है, विशेषज्ञों के मुताबिक बाजार में बढती मांग से भी 2025 में सोने और चांदी की कीमतों में उछाल आने की संभावना ज्यादा है।