दिल्ली में यमुना एक बार फिर से खतरे के निशान 205.5 मीटर से ऊपर पहुंच गई है। इससे निचले हिस्से में पानी भरने का खतरा बढ़ गया है।सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग और जिला प्रशासन स्थिति पर नजर रख रहा है। पानी का स्तर और बढ़ने पर इन क्षेत्रों में रहने वालों को राहत शिविर में पहुंचाया जाएगा। इस मानसून में पहली बार 19 अगस्त को यमुना का पानी लोहा पुल के पास खतरे के निशान से ऊपर 205.95 मीटर तक पहुंच गया था। उसके बाद पानी कम होने लगा था।
23 अगस्त को यह 204 मीटर से भी नीचे चला गया था। लेकिन, रविवार से यमुना में पानी बढ़ रहा है और सोमवार रात नौ बजे यह 205.54 मीटर पर पहुंच गया। रविवार शाम को हरियाणा के हथनी कुंड से अधिकतम 44 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इस कारण दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। सोमवार को प्रति घंटे लगभग 30 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। रात नौ बजे 33370 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। पिछले दो वर्षों में सबसे अधिक 17 अगस्त को 1.78 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है। 206 मीटर पर निचले क्षेत्र को पूरी तरह से खाली करा दिया जाता है। 14 स्थानों पर नाव से बचाव दल को तैनात किया गया है। मुनादी कर लोगों को नदी से दूर रहने को कहा जा रहा है।