छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के केरलपेंडा गांव के लोग रामनवमी के पावन मौके पर न केवल भक्ति और श्रद्धा में डूबे हुए हैं, बल्कि ये इस बात का प्रमाण है कि नक्सल प्रभावित इस इलाके में हालात काफी हद तक सामान्य हो रहे हैं। दो दशकों तक नक्सलियों ने इस इलाके में लोगों को मंदिरों में जाने और पूजा करने से रोका लेकिन बीते दो सालों से गांव के लोग न केवल इस मंदिर में आ रहे हैं बल्कि यहां पूजा-पाठ भी कर रहे हैं।
इस साल मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया क्योंकि गांव के लोगों ने मिलकर इसकी सफेदी और मरम्मत कराने के लिए चंदा इकट्ठा किया था। इसके साथ ही गांव के लोग सरकार से दखल देने और मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए जरूरी धन देने की अपील कर रहे हैं।
केरलपेंडा गांव के श्रद्धालु मंदिर में घंटियां बजाने और पूजा करने के साथ नक्सली हिंसा को खत्म करते हुए शांतिपूर्ण भविष्य के लिए मजबूत संदेश दे रहे हैं।