गर्मी की शुरुआत में ही इंदौर में टमाटर की बंपर पैदावार से थोक कीमतों में भारी गिरावट आई है। किसान टमाटर से लदी गाड़ियां लेकर मंडी आ रहे, लेकिन मात्र दो से पांच रुपये प्रति किलो की कीमत मिलने से निराश हैं। उनका कहना है कि कीमत बहुत कम है। इससे खेती की लागत भी पूरी नहीं हो रही।
टमाटर उगाने के लिए कर्ज लेने वाले किसानों का कहना है कि उन्हें नहीं पता कि अब वे कर्ज कैसे चुकाएंगे। पिछले साल आसमान छूती टमाटर की कीमतों ने कई किसानों को टमाटर उगाने के लिए प्रोत्साहित किया। अब आपूर्ति ज्यादा होने और कीमतें गिरने से किसान भारी नुकसान से जूझ रहे हैं। वे सरकार से जरूरी कदम उठाने की मांग कर रहे हैं, ताकि कुछ राहत मिल सके।