पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को विपक्षी दलों के उन दावों को खारिज कर दिया कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी महिला डॉक्टर के रेप-हत्या मामले में सबूतों के साथ छेड़छाड़ की गई थी। उन्होंने आगे कहा कि इस घटना में न तो किसी को बचाया और न ही प्रताड़ित किया जा रहा है। कानून अपना काम कर रहा है।
सीएम ममता बनर्जी ने राज्य सचिवालय 'नबन्ना' में कहा, ""लोग टॉयलेट बनने पर सवाल उठा रहे हैं। पीड़िता को सेमिनार हॉल में रहना पड़ा क्योंकि वहां कोई टॉयलेट नहीं था। हमारा इरादा वॉशरूम के साथ एक टॉयलेट बनाने का था ताकि डॉक्टरों को सेमिनार हॉल में न रुकना पड़े। सेमिनार हॉल में किसी के प्रवेश की इजाजत नहीं दी गई लेकिन फिर भी कहा गया कि सबूतों के साथ छेड़छाड़ की गई। मैं ऐसा क्यों करूंगू और किसे बचाऊंगा? कोई दोस्त नहीं है, कोई दुश्मन नहीं है। कानून अपना काम करेगा लेकिन मैं कहना चाहती हूं कि कोई मेरा सगा नहीं है और मैं किसी का रिश्तेदार नहीं हूं।जब मैं कुर्सी पर काम करती हूं तो मुझे उसका सम्मान करना आता है, आपने मेरा बहुत अपमान किया है, झूठ और झूठी अफवाहें फैलाकर मुझे बहुत अपमानित किया है, जबकि ऐसा नही है। सच्चाई ये है कि मैंने अधिकारियों को सुरक्षा से जुड़ी सभी कमियों को कवर करने का आदेश दिया है। मैंने आदेश दिया है कि वे सुरक्षा की व्यवस्था करें। पुलिस के लिए हर जगह हर तरह की सुरक्षा मुहैया कराना संभव नहीं है। अस्पताल अपने पैसे से सुरक्षा का इंतजाम कर सकता है। उसके लिए रोगी कल्याण समिति है।”