गोवा सरकार द्वारा 2021 में शुरू की गई CARES (Coding And Robotics Education in Schools) योजना भारत में सरकारी स्कूलों में विशेष रूप से लागू की गई पहली बड़ी और संगठित कोडिंग शिक्षा योजनाओं में से एक है। भले ही अन्य राज्यों में कुछ छोटे स्तर के प्रयास या पायलट प्रोजेक्ट हुए हों, लेकिन गोवा पहला राज्य हैं जिसने इसे सरकारी नीति के तहत राज्यभर में लागू किया।
शैक्षणिक वर्ष 2025–26 में गोवा के 206 सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में 17,000 से अधिक छात्र CARES कार्यक्रम से लाभान्वित होंगे—जबकि 2022–23 में यह संख्या केवल 5,825 छात्रों और 61 स्कूलों तक सीमित थी। नामांकन में यह तीन गुना वृद्धि इस बात का प्रमाण है कि छात्रों के बीच इस कार्यक्रम को लेकर उत्साह तेजी से बढ़ रहा है और यह राज्य के सरकारी स्कूलों में नई पीढ़ी की डिजिटल शिक्षा को अपनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी बदलाव का संकेत है।
CARES की शुरुआत 2021 में गोवा के माननीय मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत द्वारा की गई थी, जिनका मानना है कि असली प्रगति कक्षा से शुरू होती है। यह योजना शुरू में केवल 61 स्कूलों में शुरू हुई थी, लेकिन अब यह एक राज्यव्यापी अभियान का रूप ले चुकी है जो हज़ारों छात्रों को ऐसे डिजिटल कौशल से सशक्त बना रही है जो पहले केवल विशेषाधिकार प्राप्त छात्रों तक सीमित माने जाते थे।
यह अभूतपूर्व वृद्धि विशेष रूप से कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों के बीच बढ़ते उत्साह और भागीदारी का परिणाम है। CARES को इस आयु वर्ग के लिए विशेष रूप से डिजाइन किया गया है, जिसमें कोडिंग और रोबोटिक्स जैसे जटिल विषयों को एक मनोरंजक और सुलभ तरीके से सिखाया जाता है। पाठ्यक्रम की शुरुआत दृश्य कथानक (visual storytelling), डिज़ाइन थिंकिंग और तर्क पहेलियों से होती है, जो धीरे-धीरे वास्तविक कोडिंग और रोबोटिक्स कार्यों की ओर ले जाती है। यह रचनात्मक दृष्टिकोण छात्रों में जिज्ञासा पैदा करता है और कंप्यूटेशनल थिंकिंग की मजबूत नींव बनाता है।
इस कार्यक्रम का एक मुख्य आधार है GOVIN—एक ऑफलाइन-फर्स्ट कोडिंग प्लेटफ़ॉर्म, जिसे कम कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों के लिए विकसित किया गया है। यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी बच्चा डिजिटल शिक्षा के लाभों से वंचित न रह जाए, चाहे वह कहीं भी रहता हो।
लेकिन CARES केवल एक पाठ्यक्रम नहीं है—यह एक दृष्टिकोण है भविष्य के लिए तैयार नागरिकों को गढ़ने का। यह छात्रों की सोच, सहयोग करने और नवाचार करने की क्षमता प्रदान करता है। यह उन्हें सिर्फ कोड करना नहीं सिखाता, बल्कि आत्मविश्वास और महत्वाकांक्षा भी विकसित करता है।
जैसे-जैसे CARES का विस्तार हो रहा है, यह एक सशक्त उदाहरण बन रहा है कि किस तरह सरकारी स्कूल भी डिजिटल परिवर्तन की अगुवाई कर सकते हैं—यह सुनिश्चित करते हुए कि गोवा का हर बच्चा डिजिटल युग में सफलता प्राप्त करने का अवसर पा सके।