कई बार सरकारी कर्मचारी गैर कानूनी काम या फिर नियमावली का उल्लंघन करते पाए जाते हैं, ऐसे में उन्हें या तो सस्पेंड कर दिया जाता है या फिर बर्खास्त कर दिया जाता है। ये तो आपने सुना ही होगा। हम आमतौर पर सस्पेंशन से जुड़ी खबरें सुनते रहते हैं, ऐसे में क्या आप जानते हैं कि आखिर जब सस्पेंड किया जाता है तब होता क्या है. अगर नहीं तो हम आपको बताते है।
सस्पेंड किए जाने पर क्या होता है?
कई बार सरकारी कर्मचारी अपनी ड्यूटी पर नहीं होते, वहीं कई बार वो ड्यूटी पर रहते हुए ऐसा काम कर देते हैं जो नियमों के विरुद्ध होता है, जैसा की हम खबरों में भी बहुत बार सुनते है। ऐसे में कई बार इसकी शिकायत की जाती है, वहीं कई बार किसी बड़े अधिकारी के दौरे के दौरान ये बात सामने आती है कि उपयुक्त कर्मचारी अपनी ड्यूटी सही से नहीं कर रहा है, जिसके चलते हमारे सामने सरकारी कर्मचारियों के निलंबन की खबरें आती रहती हैं. इसी को अंग्रेजी में सस्पेंड कहते हैं। अब सवाल उठता है सस्पेंड में होता क्या है. इस दौरान उस कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से उसे संबंधित कार्य से मुक्त कर दिया जाता है यानि कि उससे कुछ दिनों तक कोई काम नहीं लिया जाता।