नई दिल्ली: राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान ने 'सशक्त युवा, सुरक्षित भविष्य' विषय पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम के तहत आपदा जोखिम न्यूनीकरण (DRR) रणनीतियों के माध्यम से आपदा के प्रति प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया गया।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार आपदा न्यूनीकरण में सक्षम हुई है जबकि पहले की सरकार आपदा आएगी तो सोचेंगे की नीति पर काम करती थी। उन्होंने संबंधित एजेंसियों से आपदा जोखिमों को कम करने और अपने भविष्य को सुरक्षित करने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने आपदा के क्षेत्र में युवा पीढ़ी की भूमिका को अहम बताते हुए युवाओं को इससे निपटने में सक्षम बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इस कार्य में शिक्षण संस्थानों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
उन्होंने युवाओं से सोशल मीडिया और अन्य तकनीकी उपकरणों के माध्यम से आपदाओं के पूर्वानुमान को सरकार के साथ साझा करने की भी अपील की। इस मौके पर केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, उच्च शिक्षा सचिव संजय मूर्ति, स्कूल शिक्षा सचिव संजय कुमार और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एनआईडीएम) के कार्यकारी निदेशक राजेंद्र रत्नू आदि भी मौजूद थे।