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किसके सर सजेगा IPL 2025 का खिताब, RCB और MI रेस में, CSK के कितने चांस?

IPL 2025: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का 18वां सीजन 22 मार्च से शुरू होगा। कोलकाता नाइट राइडर्स टाइटल डिफेंड करने उतरेगी, जबकि मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स दोनों को छठे खिताब की तलाश है। लखनऊ, पंजाब, दिल्ली और बेंगलुरु की निगाहें अपने पहले टाइटल पर होंगी। आपको बता दें कि आईपीएल में कुल दस टीमें हिस्सा लेती हैं, जिससे कॉम्पटीशन भी काफी टफ माना जाता है, ऐसे में मुंबई, चेन्नई या फिर हैदराबाद. किस टीम पर सजेगा आईपीएल 2025 का खिताब, ये समझने के लिए सभी टीमों की ताकत और कमजोरी पर नजर डालेंगे, साथ ही समझेंगे कि क्या हो सकती है सभी टीमों की प्लेइंग 11? सबकुछ डिटेल में समझने के लिए पूरा लेख पढ़िए... 

1.कोलकाता नाइट राइडर्स- पहली टीम है केकेआर, जिसके बारे में बात करेंगे, टीम की ताकत और कमजोरी क्या है साथ ही टीम की प्लेइंग 11 क्या होगी। तो वहीं अगर खास पहलू पर नजर डालें तो टीम का कप्तान अनुभवहीन है, लेकिन फिनिशर्स वर्ल्ड क्लास हैं। 

  • ताकत- टीम के पास 4 से 7 नंबर तक वर्ल्ड क्लास फिनिशर्स हैं। सुनील नरेन ओपनिंग करें तो बॉलर्स बढ़ाए जा सकते हैं। चक्रवर्ती, हर्षित और वैभव अरोड़ा गेंदबाजी को मजबूत कर रहे हैं।
  • कमजोरी- स्थापित कप्तान नहीं, अजिंक्य रहाणे को लीडरशिप देनी पड़ी, जो 25 IPL मैचों में ही कप्तानी कर सके हैं। चैंपियन बनाने वाले कप्तान श्रेयस अय्यर को रिटेन नहीं किया। रहाणे को फिट करने के चक्कर में टीम का टॉप ऑर्डर कमजोर हो रहा है।
  • स्ट्रैटजी- सुनील नरेन, वरुण चक्रवर्ती और मयंक मारकंडे के दम पर कोलकाता स्पिन पिच बना सकती है। रसेल, नरेन, रमनदीप जैसे ऑलराउंडर्स की भरमार है, अंगकृष रघुवंशी, मनीष पांडे के रूप में मजबूत इम्पैक्ट प्लेयर्स भी हैं।
  • संभावित-12: अजिंक्य रहाणे (कप्तान), क्विंटन डी कॉक (विकेटकीपर), सुनील नरेन, वेंकटेश अय्यर, अंगकृष रघुवंशी, रिंकू सिंह, आंद्रे रसेल, रमनदीप सिंह, हर्षित राणा, एनरिक नॉर्त्या, वरुण चक्रवर्ती, वैभव अरोड़ा।

2. सनराइजर्स हैदराबाद- हैदराबाद के खास पहलू के बारे में कहें तो इनका बैटिंग ऑर्डर सबसे दमदार है और शमी-हर्षल की वजह से गेंदबाजी पक्ष भी मजबूत है। 

  • ताकत- 2016 की चैंपियन हैदराबाद में ओपनर ट्रैविस हेड और अभिषेक शर्मा के साथ टॉप-5 में तेजी से खेलने वाले बैटर्स हैं। नीतीश कुमार रेड्डी जैसा परफेक्ट ऑलराउंडर है। हेनरिक क्लासन और ईशान किशन के रूप में हार्ड हिटिंग मिडिल ऑर्डर बैटर भी हैं। हर्षल पटेल, पैट कमिंस और मोहम्मद शमी बॉलिंग को मजबूती दे रहे हैं।
  • कमजोरी- क्लासन के बाद फिनिशिंग ऑप्शन में बड़ा नाम नहीं। अभिनव मनोहर, अनिकेत वर्मा और कमिंडू मेंडिस जैसे युवा फिनिशर हैं, लेकिन ज्यादा अनुभव न होना टीम पर भारी पड़ सकता है।
  • स्ट्रैटजी: ईशान किशन को शामिल कर टीम ने अपना बैटिंग ऑर्डर मजबूत किया है। टीम इस बार 20 ओवर में 300 रन बनाने को टारगेट करेगी। पहली से आखिरी बॉल तक अटैक करने की स्ट्रैटजी अपनाएगी। कप्तान पैट कमिंस के साथ मोहम्मद शमी पावरप्ले में बॉलिंग कर सकते हैं। वहीं डेथ ओवर्स के लिए हर्षल पटेल और जयदेव उनादकट भी मौजूद हैं।
  • संभावित-12: पैट कमिंस (कप्तान),​​​​​​ अभिषेक शर्मा, ट्रैविस हेड, ईशान किशन, नीतीश रेड्डी, हेनरिक क्लासन (विकेटकीपर), कमिंडु मेंडिस, अभिनव मनोहर/अनिकेत वर्मा, हर्षल पटेल, राहुल चाहर, मोहम्मद शमी, जयदेव उनादकट।

3. राजस्थान रॉयल्स- इस टीम की बात की जाए तो बैकअप मजबूत नहीं है। लेकिन आर्चर, हसरंगा, संदीप जैसे बड़े बॉलर्स शामिल हैं जिससे टीम मजबूत दिखती है। 

  • ताकत- टॉप ऑर्डर में सैमसन, यशस्वी, हेटमायर, पराग का एक्सपीरियंस मौजूद है। नीतीश राणा और शुभम दुबे बैटिंग को और भी मजबूत कर रहे हैं। हसरंगा, मधवाल, तीक्षणा, आर्चर, फारूकी और संदीप शर्मा बॉलिंग डिपार्टमेंट को मजबूत बना रहे हैं।
  • कमजोरी- हेटमायर का साथ देने के लिए कोई बड़ा फिनिशर नहीं। इंजर्ड और आउट ऑफ फॉर्म प्लेयर्स के लिए मजबूत बैकअप भी नहीं है। टीम फिर एक बार अच्छी फिनिशिंग के लिए जूझ सकती है। विदेशी बैटर्स की भी कमी है।
  • स्ट्रैटजी: टीम के टॉप ऑर्डर बैटर्स को ही आखिर तक टिककर बड़े स्कोर तक पहुंचाने और टारगेट चेज करने की जिम्मेदारी उठानी होगी। मजबूत गेंदबाज होने की वजह से जयपुर में टीम बॉलर्स के लिए मददगार पिच भी बना सकती है।
  • संभावित-12: संजू सैमसन (कप्तान और विकेटकीपर), यशस्वी जायसवाल, ​​​​​​नीतीश राणा, रियान पराग, ध्रुव जुरेल, शुभम दुबे, शिमरोन हेटमायर, वनिंदू हसरंगा, जोफ्रा आर्चर, फजलहक फारूकी, आकाश मधवाल, संदीप शर्मा।

4. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु- आरसीबी जोकि अभी तक कोई खिताब नहीं जीत पाई, जिसमें हमेशा ही बड़े नाम शामिल रहे हैं, लेकिन इस बार बड़े नाम नहीं हैं। लेकिन टीम बैलेंस है, हालांकि स्पिनर डिपार्टमेंट कमजोर नजर आता है। 

  • ताकत- फिल सॉल्ट, लियम लिविंगस्टन, जितेश शर्मा और क्रुणाल पंड्या जैसे टी-20 स्पेशलिस्ट खरीदे। भुवनेश्वर पेस बॉलिंग डिपार्टमेंट को मजबूती दे रहे हैं। यश दयाल, हेजलवुड और रसिख सलाम भी बॉलिंग डिपार्टमेंट को मजबूत कर रहे हैं।
  • कमजोरी- बड़े नाम नहीं खरीदे। रिस्ट स्पिनर के रूप में सुयश शर्मा रिस्की हो सकते हैं। डु प्लेसिस को रिलीज करने के बाद रजत पाटीदार के रूप में युवा कप्तान बनाया। स्पिन डिपार्टमेंट में अनुभव की कमी है।
  • स्ट्रैटजी: मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज किसी भी पोजिशन पर बल्लेबाजी करने में सक्षम हैं। लेफ्ट हैंड बैटर क्रुणाल पंड्या को टॉप-4 में खिलाया जा सकता है। टिम डेविड के रूप में स्पेशलिस्ट फिनिशर है। डेथ ओवर स्पेशलिस्ट हैं, इसलिए टीम अब स्कोर डिफेंड करने पर भी ध्यान दे सकती है।
  • संभावित-12: रजत पाटीदार (कप्तान), फिल सॉल्ट, विराट कोहली, क्रुणाल पंड्या, लियम लिविंगस्टन, जितेश शर्मा (विकेटकीपर), टिम डेविड, स्वप्निल सिंह/सुयश शर्मा, रसिख सलाम, भुवनेश्वर कुमार, जोश हेजलवुड, यश दयाल।

5. चेन्नई सुपर किंग्स- धोनी की इस टीम में स्पिन डिपार्टमेंट बेहद मजबूत है। लेकिन धोनी का साथी फिनिशर नहीं है। 
ताकत- टीम ने पुराने प्लेयर्स खरीदकर अपनी कोर मजबूत की। कॉन्वे, रचिन, अश्विन, करन जैसे प्लेयर्स हैं। नूर, जडेजा और अश्विन स्पिन डिपार्टमेंट को बेहद मजबूत बना रहे हैं। टीम ने 9 ऑलराउंडर्स खरीदे, जिनमें से 5 प्लेइंग-XI का हिस्सा भी रहेंगे। टीम का बैकअप भी स्ट्रॉन्ग है।

  • कमजोरी- 42 साल के धोनी इकलौते फिनिशर हैं। मिडिल ऑर्डर बेहद कमजोर। बॉलिंग ऑलराउंडर्स करन, जडेजा और अश्विन को बतौर फिनिशर यूज करना भारी पड़ सकता है। मथीश पथिराना का साथ देने के लिए पेसर नहीं हैं। युवा पेसर्स पर ज्यादा पैसा लगाया, जो रिस्की साबित हो सकता है।
  • स्ट्रैटजी: चेपॉक में अब टीम स्पिन पिच बनाकर ज्यादा से ज्यादा मैच जीतना चाहेगी। अश्विन, जडेजा, नूर और रचिन इन पिचों पर बहुत खतरनाक साबित हो सकते हैं। टॉप ऑर्डर बैटिंग के दम पर टीम मैच जीतने पर भी फोकस करेगी।
  • संभावित-12: ऋतुराज गायकवाड (कप्तान), डेवोन कॉन्वे/रचिन रवींद्र, राहुल त्रिपाठी, दीपक हुड्डा, शिवम दुबे, सैम करन, एमएस धोनी (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, खलील अहमद, नूर अहमद, मथीश पथिराना।

6. दिल्ली कैपिटल्स- दिल्ली काफी धांसू नजर आ रही है, क्योंकि बैटिंग-बॉलिंग दोनों मजबूत है, लेकिन हैरी ब्रूक के हटने से नुकसान भी है। 

  • ताकत- सबसे स्मार्ट खरीदी दिल्ली ने ही की थी। राहुल, स्टार्क, नटराजन और आशुतोष जैसे बड़े प्लेयर्स कम कीमत में खरीद लिए। अक्षर पटेल को कप्तान बनाया जो बैटिंग और बॉलिंग दोनों ही डिपार्टमेंट को संभालने में सक्षम हैं।
  • कमजोरी- आशुतोष और अक्षर पर फिनिशिंग की जिम्मेदारी रहेगी। इस पोजिशन पर किसी विदेशी को नहीं खरीदा, अगर भारतीय प्लेयर फ्लॉप हुए तो टीम को यहां परेशानी हो सकती है। हैरी ब्रूक मिडिल ऑर्डर को बैलेंस दे रहे थे, लेकिन उनके नहीं होने से टीम का बैलेंस डगमगा सकता है।
  • स्ट्रैटजी: स्टार्क और मुकेश कुमार नई गेंद, वहीं नटराजन और मोहित शर्मा डेथ ओवर्स में बेहतरीन हैं। मिडिल ओवर्स के लिए कुलदीप और अक्षर का इस्तेमाल कर टीम अपोजिशन टीमों को कम स्कोर पर रोकने की स्ट्रैटजी अपनाएगी। बैटर्स भी विस्फोटक हैं, इसलिए टीम अटैक करने पर ही ध्यान देगी।
  • संभावित-12: अक्षर पटेल (कप्तान),​​ जैक फ्रेजर-मैगर्क, केएल राहुल (विकेटकीपर), अभिषेक पोरेल/समीर रिजवी, फाफ डु प्लेसिस, ट्रिस्टन स्टब्स, आशुतोष शर्मा, मिचेल स्टार्क, कुलदीप यादव, थंगारसु नटराजन, मोहित शर्मा, मुकेश कुमार।

7. लखनऊ सुपरजायंट्स- लखनऊ की इस टीम में ओपनर्स कमजोर हैं, इतना ही नहीं पेसर्स इंजर्ड हैं, लेकिन फिनिशिंग बेहद मजबूत है। 

  • ताकत- पूरन, मिलर, शाहबाज और समद फिनिशिंग को मजबूत कर रहे हैं। पंत IPL में तेज खेलते हैं, जो मिडिल ऑर्डर को भी मजबूती देंगे।
  • कमजोरी- मिचेल मार्श बॉलिंग नहीं करेंगे, उनके साथ ऐडन मार्करम ओपनिंग करेंगे। दोनों का फॉर्म चिंता बन सकता है। मोहसिन, आवेश और मयंक की फिटनेस भी टीम की परेशानियों को बढ़ाएगी।
  • स्ट्रैटजी: ऋषभ पंत अगर ओपनिंग करें तो टीम का बैटिंग ऑर्डर बैलेंस हो सकता है। टीम का पूरा दम फिनिशिंग पर है, इसलिए टीम बड़े से बड़ा स्कोर चेज करने के लिए भी खुद पर विश्वास करेगी।
  • संभावित-12: ऋषभ पंत (कप्तान और विकेटकीपर), मिचेल मार्श, ऐडन मार्करम/मैथ्यू ब्रीट्जकी, आयुष बडोनी, निकोलस पूरन, डेविड मिलर, अब्दुल समद, शाहबाज अहमद, रवि बिश्नोई, मोहसिन खान, मयंक यादव, आवेश खान/आकाश दीप।

8. गुजरात टाइटंस- गुजरात का मिडिल ऑर्डर कमजोर है लेकिन गेंदबाजी मजबूत है। 

  • ताकत- गुजरात ने जोस बटलर को शामिल कर ओपनिंग को बेहद मजबूत कर लिया। मजबूत विकेटकीपिंग ऑप्शन भी मिला। फिनिशिंग में शेरफेन रदरफोर्ड, शाहरुख खान, तेवतिया, राशिद और ग्लेन फिलिप्स जैसे स्थापित प्लेयर्स भी हैं।
  • कमजोरी- मिडिल आर्डर में बड़ा नाम नहीं। सुदर्शन और लोमरोर रिस्की ऑप्शन हैं। बॉलिंग में ऑप्शन जरूर हैं, लेकिन सिराज, रबाडा और सुंदर कई बार महंगे साबित होते हैं।
  • स्टैट्रिजी: बैटिंग डिपार्टमेंट बहुत मजबूत है, टीम को ज्यादा से ज्यादा मैच बैटिंग के दम पर जीतने की कोशिश करनी होगी। बॉलिंग में राशिद और रबाडा का साथ देने वाले प्लेयर्स की कमी है, ईशांत शर्मा और साई किशोर को इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में शामिल कर इसे मजबूत कर सकते हैं।
  • संभावित-12: शुभमन गिल (कप्तान), जोस बटलर (विकेटकीपर), ​​​​​​साई सुदर्शन, महिपाल लोमरोर, ग्लेन फिलिप्स, शाहरुख खान, राहुल तेवतिया, राशिद खान, साई किशोर/ईशांत शर्मा, कगिसो रबाडा, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा।

9. पंजाब किंग्स- पंजाब की इस टीम में चहल-ब्रार के रूप में मजबूत स्पिनर्स है। बैलेंस्ड टीम में कई मैच विनर्स भी शामिल हैं। 

  • ताकत- श्रेयस के रूप में स्टैबल कप्तान और मिडिल ऑर्डर बैटर खरीदा। वाधेरा, मैक्सवेल, शशांक, यानसन और शेडगे फिनिशिंग को मजबूत बना रहे हैं। अर्शदीप, चहल, बरार, यश ठाकुर और यानसन बॉलिंग को भी मजबूती दे रहे हैं
  • कमजोरी- मैक्सवेल IPL में पिछले कुछ सालों से फ्लॉप रहे, फर्ग्यूसन भी कई बार महंगे साबित होते हैं। ऑस्ट्रेलिया के 3 ऐसे प्लेयर्स शामिल हैं, जो भारत में खुद को साबित नहीं कर सके हैं।
  • स्टैट्रजी: ओपनिंग कॉम्बिनेशन अगर सुलझ जाए तो टीम में बैलेंस की कमी नहीं। युवा ऑलराउंडर सूर्यांश शेडगे इमर्जिंग प्लेयर बन सकते हैं, उनके जैसे युवा प्लेयर्स प्रभसिमरन, शशांक और वाधेरा के सही इस्तेमाल से ही टूर्नामेंट में टीम के नतीजे तय होंगे।
  • संभावित-12: श्रेयस अय्यर (कप्तान), ​​​​​​प्रभसिमरन सिंह (विकेटकीपर), जोश इंग्लिस, शशांक सिंह, मार्कस स्टोयनिस, ग्लेन मैक्सवेल, नेहल वाधेरा, सूर्यांश शेडगे, मार्को यानसन, हरप्रीत ब्रार, अर्शदीप सिंह, युजवेंद्र चहल।

10. मुंबई इंडियंस- पांच बार की चैंपिंयन टीम में बैटिंग और बॉलिंग मजबूत है, लेकिन फिनिशर्स की कमी खलेगी। 

  • ताकत- इंडिया के इंटरनेशनल प्लेयर होने से टीम का टॉप ऑर्डर बेहद मजबूत है। बुमराह, बोल्ट और चाहर पेस बॉलिंग को मजबूत बना रहे। सैंटनर, मुजीब जैसे टॉप स्पिनर भी मौजूद।
  • कमजोरी- हार्दिक का साथ देने के लिए फिनिशर नहीं हैं। युवा रॉबिन मिंज 6 या 7 नंबर पर उतरेंगे, अगर वे फ्लॉप रहे तो फिनिशिंग बहुत कमजोर हो जाएगी। बैकअप इंडियन विकेटकीपर भी नहीं हैं। बुमराह की इंजरी ने भी परेशानी बढ़ा दी है।
  • स्टैट्रिजी: ओपनिंग और फिनिशिंग कॉम्बिनेशन सुलझ जाए तो टीम अपने छठे टाइटल की ओर बढ़ सकती है। रोहित पिछले साल कुछ साल से IPL में फ्लॉप रहे, अगर वे नहीं चले तो टीम पर दबाव बढ़ सकता है।
  • संभावित-12: हार्दिक पंड्या (कप्तान), ​​​​​​रोहित शर्मा, विल जैक्स, तिलक वर्मा, सूर्यकुमार यादव, नमन धीर, रॉबिन मिंज (विकेटकीपर), मिचेल सैंटनर, दीपक चाहर, मुजीब उर रहमान, ट्रेंट बोल्ट, जसप्रीत बुमराह/कर्ण शर्मा।