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'यूके' कोड बन जाएगा इतिहास, 12 नवंबर से एयर इंडिया-विस्तारा का विलय

Delhi: करीब 10 साल पुरानी एयरलाइन विस्तारा अब आसमान को अलविदा कहने जा रही है। ये प्रतिष्ठित पूर्ण सेवा एयरलाइन सोमवार देर रात एक स्वतंत्र कंपनी के रूप में अपनी आखिरी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन करेगी।

विस्तारा की उड़ान ‘यूके 986’ मुंबई से दिल्ली और ‘यूके 115’ दिल्ली से सिंगापुर के लिए उड़ान भरेगी। ये आखिरी बार होगा जब उड़ान कोड ‘यूके’ आसमान में दिखाई देगा और मंगलवार से विस्तारा की उड़ानों का नया कोड ‘एआई2एक्सएक्सएक्स’ होगा।

दिलचस्प बात ये है कि जब एयरलाइन ने नौ जनवरी, 2015 को परिचालन शुरू किया था, तो पहली उड़ान दिल्ली से मुंबई के लिए संचालित हुई थी। सोमवार को एक अधिकारी ने बताया कि घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर विस्तारा की आखिरी उड़ानें ‘यूके 986’ और ‘यूके 115’ होंगी। 

‘यूके 986’ को मुंबई से दिल्ली के लिए लगभग 10.50 बजे रवाना होना है और ‘यूके 115’ को दिल्ली से सिंगापुर के लिए रात लगभग 11.45 बजे रवाना होना है। 

विस्तारा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया जिसमें उसने लिखा, 'इस अविस्मरणीय यात्रा का हिस्सा बनने और हमें प्यार देने के लिए आपका धन्यवाद। हम इन यादों को हमेशा संजोकर रखेंगे। अब सभी नवीनतम जानकारी के लिए एयर इंडिया को ‘फॉलो’ करें।”

टाटा समूह और सिंगापुर के बीच ज्वाइंट एडवेंचर विस्तारा का एयर इंडिया के साथ विलय किया जाएगा, जिसके बाद विस्तारित इकाई में सिंगापुर एयरलाइंस की हिस्सेदारी 25.1 प्रतिशत होगी। 

ये विलय देश के तेजी से बढ़ते नागर विमानन क्षेत्र में 2006-2007 के बाद दूसरे बड़े एकीकरण का दौर होगा। वित्त वर्ष 2006-07 में इंडियन एयरलाइंस का एयर इंडिया में और एयर सहारा का जेट एयरवेज में विलय हुआ था। इसी दौरान एयर डेक्कन का किंगफिशर एयरलाइंस में विलय हुआ।

विस्तारा के विलय के बाद पूर्ण सेवा भारतीय एयरलाइन के रूप में केवल एयर इंडिया ही रह जाएगी। ये विलय अक्टूबर में एआईएक्स कनेक्ट के एयर इंडिया एक्सप्रेस के साथ विलय के बाद टाटा समूह का दूसरा महत्वपूर्ण एयरलाइन एकीकरण है।