उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित राज्य के कई हिस्सों में गुरुवार को भारी बारिश हुई। इसकी वजह से जगह-जगह पानी भर गया और लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव की प्रणाली के कारण अगले 48 घंटों में मानसून की गतिविधियां तेज हो जाएंगी। इस प्रणाली ने मानसून गर्त के पूर्वी छोर को दक्षिण की ओर धकेल दिया है। इससे राज्य के ज्यादातर हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो रही है।
मौसम विभाग ने पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान जताया है। हालांकि, राज्य की राजधानी लखनऊ में मौसम खुश्क रहने की उम्मीद है। लगातार भारी बारिश की वजह से गाजियाबाद में भीषण जलभराव हो गया। इससे लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी पर ब्रेक लग गया। सड़कें, बाजार और रिहायशी इलाके पानी में डूबे दिख रहे हैं। स्वतंत्रता दिवस से पहले लोगों खासकर स्कूली बच्चों को आने-जाने में मशक्कत करनी पड़ी।
नोएडा में घंटों हुई भारी बारिश ने लोगों की जिंदगी को थाम दिया। सड़कों पर गाड़ियों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया। शहर के कई इलाकों में जगह-जगह पानी भर गया। राज्य सरकार के अधिकारियों के मुताबिक 21 जिलों की 41 तहसीलें बाढ़ की चपेट में हैं, जिससे लगभग एक लाख 86 हजार लोग प्रभावित हैं। सरकार ने प्रभावित लोगों की मदद के लिए 1,100 से ज़्यादा बाढ़ चौकियां बनाई हैं।