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बिहार में बाढ़ से अब तक 26 लोगों की मौत

बिहार में बाढ़ से हाहाकार मचा है. कोसी, सीमांचल और पूर्वी बिहार के जिलों में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है. गंगा, कोसी और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. ग्रामीण इलाके के बाद अब तो शहरी इलाकों में भी पानी घुस गया है. भागलपुर, नवगछिया, सुपौल और कहलगांव में स्थिति विकराल होती जा रही है. लगातार हो रही बारिश के कारण कोसी नदी का जलस्तर इस साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है.

शनिवार शाम 8 बजे कोसी बराज पर जल प्रवाह 2 लाख 430 क्यूसेक दर्ज किया गया, जबकि बराह क्षेत्र में एक लाख 26 हजार 200 क्यूसेक मापा गया है. करीब 500 से अधिक घर नदी में समा चुके हैं. किशनपुर प्रखंड की दुबियाही पंचायत में 150 से ज्यादा घर और नवगछिया के रंगरा प्रखंड के ज्ञानीदास टोला में 30 परिवारों के घर गंगा नदी में विलीन हो गए हैं. कहलगांव नगर पंचायत क्षेत्र के विक्रमशिला नगर में एक फुट पानी भर गया है. प्रशासन ने निगरानी बढ़ा दी है. लोग नाव के सहारे आने-जाने के लिए मजबूर हैं.

मुंगेर जिले के पांच प्रखंडों की 30 पंचायत और 15 वार्डों के लोग प्रभावित हैं. बाढ़ पीड़ित 2.38 लाख की आबादी हर दिन बाढ़ से संघर्ष कर रही है. हजारों परिवार गांव छोड़कर सड़क किनारे, पार्क और आश्रय स्थल पर शरण ले रखे हैं. कटिहार जिले की सभी प्रमुख नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी रविवार को भी जारी रही.

रविवार को बरंडी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 126 सेंटीमीटर ऊपर है, जबकि कोसी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 145 सेंटीमीटर ऊपर है. भागलपुर में कहलगांव, पीरपैंती, मिर्जाचौकी, चंपानाला पुल पार से संपर्क कट गया है. पांच दिनों से अधिक हो जाने के बाद भी आदमपुर घाट, बैंक कॉलोनी, मानिक सरकार घाट क्षेत्र, गोलाघाट क्षेत्र, किलाघाट क्षेत्र आदि में गंगा के पानी के साथ-साथ नाले का गंदा पानी भरता ही जा रहा है. शहरी क्षेत्र के वार्ड 18 में कसबा गोलाघाट, सखीचंद घाट के साथ अन्य मोहल्ले में बाढ़ से 200 से अधिक घरों में पानी घुस जाने के कारण लोगों की डेली रूटीन प्रभावित हो गई है. टीएमबीयू और सबौर कृषि यूनिवर्सिटी के आस-पास नाव चल रही है.

बिहार में मानसून लगातार एक्टिव है. जिसकी वजह से राज्य में अगले तीन-चार दिन बारिश की संभावना बनी हुई है. राज्य के पूर्वी और उत्तर-मध्य में बारिश की संभावना है. इस दौरान बादल गरजने और ठनका गिरने की आशंका है. आईएमडी के अनुसार वैशाली, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार में कुछ जगहों पर भारी बारिश का पूर्वानुमान है. आईएमडी ने इसको लेकर अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक, राज्य में उच्चतम और न्यूनतम तापमान सामान्य के आस-पास है. बिहार में अभी तक 438 मिलीमीटर बारिश हुई है. यह सामान्य से 25% कम है.

इस बीच आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से भी अलर्ट जारी किया गया है. अगले दो से तीन घंटों में बिहार के पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सिवान, सीतामढी और शिवहर जिला के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. इस दौरान भारी बारिश के साथ बादल गरजने और ठनका गिरने की संभावना जताई गई है. साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से लोगों से घर से बाहर नहीं निकलने ​की अपील की गई है.