New Delhi: कनाडा ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह को अपने आपराधिक संहिता के तहत आतंकवादी संगठन की सूची में डाल दिया है और कहा है कि यह गिरोह देश के प्रवासी समुदायों को निशाना बनाकर उन्हें डराता है और धमकी देता है।
कनाडा में किसी संगठन को आतंकवादियों की सूची में डाले जाने से संघीय सरकार को उसकी संपत्ति, वाहन और धन को जब्त करने का अधिकार मिल जाता है। साथ ही कनाडा के कानून प्रवर्तन को आतंकवादी अपराधों पर मुकदमा चलाने के लिए अतिरिक्त प्रावधान भी मिल जाते हैं।
बिश्नोई गिरोह 2000 के दशक में उत्तर भारत में उभरा, जो जबरन वसूली, कॉन्ट्रैक्ट किलिंग और तस्करी जैसे धंधे करता था। गिरोह का सरगना लॉरेंस बिश्नोई वर्तमान में गुजरात की साबरमती सेंट्रल जेल में बंद है। बिश्नोई गिरोह ने 2022 में उस वक्त लोगों का ध्यान खींचा जब उसने गिरोहों की आपसी रंजिश में मारे गए पंजाबी रैपर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसे वाला की हत्या की जिम्मेदारी ली।
जेल में बंद होने के बावजूद लॉरेंस बिश्नोई पर सहयोगियों के जरिए कारोबार चलाने और वैश्विक संपर्क बनाए रखने का आरोप है। कनाडा की पुलिस का आरोप है कि यह गिरोह प्रवासी मशहूर हस्तियों से जबरन वसूली और उन्हें धमकी देने में शामिल है।
लॉरेंस बिश्नोई ने कई बार सार्वजनिक रूप से बॉलीवुड स्टार सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी है। कनाडा के इस कदम से बिश्नोई गिरोह देश की आतंकवादी संगठन की सूची में शामिल 88 समूहों में से एक बन गया है।