Maharashtra: महिला शतरंज विश्व कप चैंपियन दिव्या देशमुख ने अपनी शानदार जीत का श्रेय अपने परिवार और पहले कोच राहुल जोशी को दिया। नागपुर की रहने वाली दिव्या बुधवार रात शहर पहुंचीं और हवाई अड्डे के बाहर शतरंज प्रशंसकों ने उनका स्वागत किया।
इस अवसर पर महाराष्ट्र शतरंज संघ के अध्यक्ष परिणय फुके भी उपस्थित थे। नागपुर की 19 वर्षीय दिव्या सोमवार को महिला शतरंज विश्व कप जीतने वाली सबसे युवा खिलाड़ी बन गईं। उन्होंने जॉर्जिया के बटुमी में फाइनल मुकाबले में ‘टाई-ब्रेकर’ में अनुभवी कोनेरू हंपी को हराया। दिव्या ने कहा, “मुझे यह स्नेह पाकर बहुत खुशी हुई।”
उन्होंने कहा, “ये देखकर अच्छा लग रहा है कि मेरा स्वागत करने के लिए इतनी भीड़ यहां इकट्ठा हुई है। मैं बहुत खुश हूं।” दिव्या ने कहा, “मैं अपनी बहन, पूरे परिवार और अपने पहले कोच राहुल जोशी को इसका श्रेय देना चाहती हूं।” उन्होंने कहा, “मेरे पहले कोच चाहते थे कि मैं ग्रैंड मास्टर बनूं। मैं इस जीत का श्रेय उन्हें देती हूं।” दिव्या ने कहा कि ‘ग्रैंड स्विस’ प्रतियोगिता में भाग लेने से पहले वह कुछ दिन आराम करेंगी।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और नागपुर से सांसद नितिन गडकरी दिव्या को दो अगस्त को एक सार्वजनिक कार्यक्रम में सम्मानित करेंगे।