मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के बेंगलुरू केंद्र के निदेशक एन. पुवियारसु ने कहा कि बेंगलुरू समेत कर्नाटक के कुछ इलाकों के लिए 18 मई को जारी किया गया ‘यलो अलर्ट’ सोमवार और मंगलवार के लिए भी प्रभावी रहेगा। निदेशक ने कहा कि विभाग वायु परिसंचरण की वर्तमान स्थिति का अध्ययन कर रहा है और बाद में मौसम की अद्यतन जानाकारी जारी करेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘चक्रवाती हवाओं की वर्तमान स्थिति के अनुसार, कर्नाटक में, विशेषकर तटीय भागों में भारी वर्षा होगी। अगले दो दिनों तक बेंगलुरू में भी भारी बारिश होने की संभावना है।’’ बेंगलुरू में रविवार को भारी बारिश हुई, जिसके कारण कई निचले इलाके जलमग्न हो गए।
आईएमडी ने चेतावनी दी है कि ‘यलो अलर्ट’ के बीच कुछ क्षेत्रों में अस्थायी रूप से बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है, यातायात में मामूली बाधा आ सकती है और कमजोर पेड़ एवं शाखाएं उखड़ सकती हैं। आईएमडी ने रविवार को बेंगलुरु समेत कर्नाटक के 23 जिलों में बृहस्पतिवार तक भारी बारिश को लेकर ‘यलो अलर्ट’ जारी किया।
अलर्ट के तहत गरज के साथ मध्यम से भारी बारिश होन, बिजली चमकने और 50 से 60 किमी प्रतिघंटा की गति से तेज़ हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है। पूरे हफ्ते बादलों की गरज के साथ तेज बारिश के आसार हैं। प्रभावित जिलों में बेंगलुरु शहरी, बेंगलुरु ग्रामीण, कोलार, चिक्कबल्लापुरा, तुमकुरु, मांड्या, मैसूरु, हसन, कोडागु, बेलगावी, बीदर, रायचूर, यादगीर, दावणगेरे और चित्रदुर्ग शामिल हैं।
आईएमडी द्वारा सोमवार सुबह जारी अलर्ट के अनुसार, दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के अलावा आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों पर ऊपरी हवा में चक्रवाती परिसंचरण के वजह से मौसम में ये परिवर्तन हुआ है।
इसके साथ ही तेलंगाना से उत्तरी तमिलनाडु तक कम दबाव वाली पट्टी बनी हुई है, जो महत्वपूर्ण नमी खींच रही है और पूरे दक्षिण भारत में तेज बारिश की वजह भी यही है। आईएमडी बुलेटिन के अनुसार, सिर्फ बेंगलुरू शहर में पिछले 24 घंटों में 103 मिलीमीटर बारिश हुई। बेंगलुरू के होरमावु में साई लेआउट अब तक सबसे ज़्यादा बारिश से प्रभावित इलाकों में से एक है।