Breaking News

क्रिकेटर तिलक वर्मा ने मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से मुलाकात की     |   चेन्नई: थर्मल पावर स्टेशन में बड़ा हादसा, 9 ने गंवाई जान, कई जख्मी     |   चेन्नई थर्मल पावर प्लांट में बड़ा हादसा, 9 लोगों की मौत     |   यूक्रेन युद्ध खत्म न होने की वजह से पुतिन से बहुत निराश हूं- डोनाल्ड ट्रंप का बयान     |   दिल्ली: सीआर पार्क के काली मंदिर पहुंचे पीएम मोदी, दुर्गा पूजा में हुए शामिल     |  

बिग बी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की सराहना की, कहा- पहलगाम आतंकी हमले को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन ने रविवार सुबह सोशल मीडिया पर वापसी की और पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' पर पोस्ट साझा की। इससे पहले वे कई हफ्तों तक अपने एक्स पेज और निजी ब्लॉग पर सिर्फ पोस्ट डालते थे। दिग्गज अभिनेता ने 22 अप्रैल से एक्स पर कोई पोस्ट नहीं किया था, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले से कुछ घंटे पहले, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। 

करीब तीन सप्ताह बाद सोशल मीडिया पर वापसी करते हुए 82 साल के अमिताभ बच्चन ने इस नरसंहार पर गहरा दुख जताया और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की सराहना की। उन्होंने अपने पोस्ट में बताया कि इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान और पीओके में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद का प्रमुख गढ़ बहावलपुर भी शामिल है।

उन्होंने लिखा, "छुट्टियां मानते हुए, उस राक्षस ने, निर्दोष पति पत्नी को बाहर खींच कर, पति को नग्न कर, उसके धर्म की पूर्ति करने के बाद , उसे जब गोली मारने लगा, तो पत्नी ने, घुटने पे गिर कर, रो रो अनुरोध करने के बाद भी, की उसके पति को न मारो ; उसके पति को उस बुज़दिल राक्षस ने, बेहद बेरहमी से, गोली मार कर, पत्नी को विधवा बना दिया !! जब पत्नी ने कहा "मुझे भी मार दो” !! तो राक्षस ने कहा “नहीं ! तू जाके, को बता!" 

आगे पिता हरिवंश राय बच्चन की एक कविता का जिक्र करते हुए बिग बी ने लिखा, “बेटी की, मनःस्थिति पर, पूज्य बाबूजी की एक कविता की पंक्ति याद आयी: मानो, वो बेटी" …. “के पास गई, और कहा: “है चिता की राख कर में, मांगती सिंदूर दुनिया “.. (बाबूजी की पंक्ति) तो “…. “ने दे दिया सिंदूर !!! ऑपरेशन!!! जय हिंद.. जय हिंद की सेना।”

उन्होंने आगे लिखा, ठतू ना थमें गा कभी, तू न मुड़ेगा कभी, तू न झुकेगा कभी कर शपथ, कर शपथ, कर शपथ ! अग्निपथ! अग्निपथ ! अग्निपथ !!!”