पटना, 20 दिसंबर (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस सप्ताह की शुरुआत में नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम के दौरान जिस महिला चिकित्सक का नकाब हटाया था, उसने शनिवार को ड्यूटी जॉइन (नौकरी की शुरुआत) नहीं की। यह जानकारी एक अधिकारी ने शनिवार को दी।
पटना के सिविल सर्जन अविनाश कुमार सिंह ने कहा कि नुसरत परवीन शनिवार शाम सात बजे तक ड्यूटी पर नहीं आईं और आज ड्यूटी जॉइन करने की संभावना समाप्त हो गई।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे बताया गया है कि ड्यूटी जॉइन करने की आखिरी तारीख 20 दिसंबर से आगे बढ़ा दी गई है। यह देखना होगा कि परवीन सोमवार को जॉइन करती हैं या नहीं।’’
सिंह ने यह नहीं बताया कि ड्यूटी जॉइन करने की नयी समयसीमा क्या है।
यह घटना सोमवार को पटना स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय में उस समय हुई थी, जब आयुष चिकित्सक नियुक्ति पत्र प्राप्त करने के लिए एकत्र हुए थे। सोशल मीडिया पर सामने आये वीडियो क्लिप के अनुसार, जब महिला चिकित्सक नियुक्ति पत्र लेने मंच पर पहुंचीं, तो मुख्यमंत्री ने उनका ‘नकाब’ देखा और कहा, “यह क्या है” और फिर नकाब हटा दिया।
सिविल सर्जन को महिला डॉक्टर द्वारा ड्यूटी जॉइन करने में देरी की सही वजह नहीं पता थी।
पटना सदर के सबलपुर पीएचसी (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) के सर्जन विजय कुमार ने भी इसकी पुष्टि की महिला डॉक्टर ने ड्यूटी जॉइन नहीं की है। परवीन के यहीं ड्यूटी जॉइन करने की उम्मीद थी।
उन्होंने कहा, ‘‘आज करीब पांच-छह लोग ड्यूटी जॉइन की हैं और परवीन उनमें से नहीं हैं... उनका नाम सूची में है लेकिन हमें पटना में सिविल सर्जन ऑफिस से उनका नियुक्तिपत्र नहीं मिला है।'
सर्जन ने कहा कि प्रोटोकॉल के अनुसार, अभ्यर्थियों को पटना में सिविल सर्जन कार्यालय में रिपोर्ट करना होता है और फिर अपने-अपने कार्यस्थल पर जॉइन करना होता है।
इससे पहले दिन में सरकारी टिब्बी कॉलेज एवं अस्पताल के प्राचार्य महफूज़ुर रहमान ने ने 'इस विशेष मामले' में समयसीमा को शनिवार के बाद बढ़ाये जाने का संकेत दिया था। परवीन सरकारी टिब्बी कॉलेज एवं अस्पताल की द्वितीय वर्ष की छात्रा हैं।
महफूज़ुर रहमान ने कहा, ‘‘आयुष चिकित्सक नुसरत परवीन ने अभी तक जॉइन नहीं किया है और उनके भविष्य के कदम के संबंध में कोई अद्यतन जानकारी नहीं है।’’
उन्होंने कहा, 'नुसरत के परिवार ने कहा कि वे मीडिया कवरेज से बचना चाहते हैं, और महिला चिकित्सक इस पर पुनर्विचार करेगी कि उन्हें जॉइन करना चाहिए या नहीं।’’
रहमान ने इस बात को भी खारिज कर दिया कि परिवार नाराजगी की वजह से कोलकाता चला गया है और कहा कि ‘‘उन्होंने (परिवार) स्वयं ऐसी झूठी खबरों को खारिज किया है।’’
उन्होंने परवीन के पति के हवाले से कहा कि परिवार नीतीश कुमार या सरकार से नाराज नहीं है। उन्होंने यह भी दावा किया कि 'परिवार मीडिया द्वारा भड़काये गए विवाद से निराश है।'
प्राचार्य ने कहा कि परवीन आखिरी बार 17 या 18 दिसंबर को कॉलेज आयी थी।
उन्होंने कहा कि परवीन के पास या तो ड्यूटी जॉइन करने या उच्च शिक्षा ग्रहण करने के दो विकल्प हैं।
भाषा अमित माधव
माधव पवनेश
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