अरुणाचल प्रदेश में सोमवार को लगातार बारिश के बाद कई जगहों पर भूस्खलन और बाढ़ जैसे हालात है। इससे लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
अधिकारियों के मुताबिक राज्य की सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं और खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
पूर्वी कामेंग जिले के मुख्यालय सेप्पा में कई घर उफनती कामेंग नदी के तेज बहाव में बह गए हैं। हालांकि, किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
राज्य की राजधानी ईटानगर के डिवीजन फोर इलाके में हुए भूस्खलन में कई इमारतों को नुकसान पहुंचा है। वहीं कोलोरियांग के विधायक पानी ताराम ने बताया कि रविवार को इलाके में बना कुरुंग पुल, पानी में बह गया, जिससे जिले का संपर्क टूट गया है।
अधिकारियों ने बताया कि नामसाई जिले और लोहित जिले के वाकरो सर्कल के लिए बाढ़ की चेतावनी जारी की गई, क्योंकि सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
अधिकारियों ने बताया कि नामसाई और वाकरो के गांवों पर बाढ़ का असर पड़ा है। उनके मुताबिक लोगों को अलर्ट रहने और सभी एहतियाती कदम उठाने की सलाह दी गई है।
अधिकारियों ने बताया कि लोगों को नदियों के आस-पास के इलाकों में न जाने की सलाह दी गई है। पूर्वी सियांग जिले में सियांग नदी, उसकी सहायक नदियां और दूसरी नदियों में पानी का लेवल लगातार बढ़ रहा है।
लगातार बारिश की वजह से पासीघाट-यिंगकिओंग और पासीघाट-आलो हाईवे पर भूस्खलन हुआ, जिससे आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि पूर्वी सियांग के पासीघाट, रुक्सिन, मिरेम और बिलाट के निचले इलाकों और निचले सियांग जिले के कुछ हिस्से पानी में डूब गए हैं।
उन्होंने बताया कि मौसम मुरकोंगसेलेक-पासीघाट रेलवे लाइन पर चल रहे काम की वजह से भी रूकावट देखने को मिल रही है।
मौसम विभाग ने चांगलांग, नामसाई, लोहित, लोअर दिबांग घाटी, पूर्वी सियांग और लोअर सियांग जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इन सभी जिलों में अगले दो दिनों में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है।
मौसम के हालात को देखते हुए ईटानगर और आस-पास के इलाकों के सभी स्कूलों को पांच दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।