उत्तरी श्रीलंका के तट से सटे दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है और 22 अक्टूबर को इसके अवदाब में तब्दील होने की संभावना है। मौसम विभाग ने प्रकाशम, नेल्लोर, कडप्पा, अन्नामय्या, तिरुपति और चित्तूर जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ और कुरनूल, नंदयाल, अनंतपुर और श्री सत्यसाई जिलों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है। ‘रेड अलर्ट’ 24 घंटों में 20 सेंटीमीटर से ज्यादा की ‘‘अत्यधिक भारी’’ बारिश का संकेत होता है। ‘ऑरेंज अलर्ट’ 11 सेंटीमीटर से 20 सेंटीमीटर तक की ‘‘बहुत भारी’’ बारिश का संकेत होता है।
मौसम विभाग ने कहा कि स्पष्ट निम्न दबाव क्षेत्र के प्रभाव से नेल्लोर, प्रकाशम, तिरुपति, अन्नामय्या, चित्तूर और कडप्पा जिलों में अलग-अलग जगहों पर ज्यादा भारी वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग ने बताया कि बुधवार सुबह साढ़े पांच बजे ये मौसम प्रणाली तमिलनाडु तट से सटे बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में स्थित थी। मौसम विभाग ने बताया, ‘‘उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए अगले 12 घंटों के दौरान उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटों से दूर बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य क्षेत्र में (मौसम प्रणाली के) अवदाब में तब्दील होने की संभावना है।’’
राजस्व मंत्री ए. सत्य प्रसाद ने अधिकारियों को निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों को ये सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि मछुआरे मछली पकड़ने के लिए समुद्र में न जाएं। इस बीच, आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एपीएसडीएमए) के प्रबंध निदेशक प्रखर जैन ने लोगों को आगाह किया कि वे पेड़ों और बड़े होर्डिंग्स के नीचे शरण नहीं लें।