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देहरादून के बाजारों में पारंपरिक स्वाद के लिए मशहूर पहाड़ी मिठाइयां

Dehradun: दिवाली नजदीक आते ही देहरादून की मिठाई की दुकानें पारंपरिक और नए अंदाज में बनाई गई मिठाइयों के स्वाद से भर गई हैं।

इस बार रागी से बनाई जाने वाली खास मिठाई मडुआ पतीसा भी लोगों को अपनी ओर खींच रही है। रागी एक ऐसा मोटा अनाज है जिसे सेहत से जुड़े फायदों की वजह से काफी अच्छा माना जाता है।

पारंपरिक स्वाद के लिए मशहूर इन मिठाई को तैयार करने में कई घंटे लगते हैं। हर खास मिठाई को बनाने में अलग सामग्री का इस्तेमाल किया जाता है और इसे बनाने का तरीका भी अलग होता है।

पहाड़ी इलाकों की खासियत बन चुकी ये मिठाइयां लोगों को काफी पसंद आती हैं। वे कहना नहीं भूलते कि ये दूसरी जगहों की मिठाइयों से बेहतर हैं। ये पारंपरिक मिठाइयां सिर्फ त्योहारों का अटूट हिस्सा नहीं है बल्कि ये क्षेत्रीय पहचान और पाक विरासत को भी खुद में संजोए हुए हैं।

मिठाई की दुकान के मालिक अनंत ने बताया कि “सबसे ज्यादा फेमस तो ‘बाल मिठाई’ है और अल्मोड़ा जैसे बाल मिठाई है सिंगोड़ी तो सभी जानते हैं सब फेमस है। उसके अलावा हम मडुए का पतीसा बना रहे हैं रागी का।

मडुआ हमारे उत्तराखंड का सबसे ज्यादा फेमस बिकने वाला आटा है, तो हमने सोचा क्यों न कुछ नया बनाए जाए तो ये मडुए का पतीसा ऐसा है जो आपको पूरे देहरादून में कहीं नहीं मिलेगा।”

मिठाई बनाने वाले कारीगरों का कहना है कि “यह बाल मिठाई है। ये बाल दाना (छोटी सफ़ेद मीठी गोलियां जो पहले से तैयार आती हैं) आता है बना हुआ उससे लगाकर बनाते हैं और सिंगोड़ी है, रोस्टेड सिंगोड़ी उसमें अमूल क्रीम पड़ती है और मावा पड़ता है। उससे तैयार करते हैं और वो है इससे बर्फी बनती है मडुआ की।”