मेरठ के योगीपुरम में देवी भागवत कथा के तीसरे दिन ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य ने गौहत्या पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि गौहत्या का समर्थन करने वाला भी उतना ही दोषी है, जितना गौहत्या करने वाला। मीडिया से बात करते हुए शंकराचार्य ने कहा कि भारत में हिंदुओं की संख्या सबसे अधिक है। सरकार बहुमत से बनती है। आजादी के 78 साल बाद भी गौहत्या जारी है। उन्होंने कहा कि हर पार्टी गौहत्या करवाती है। इसका पाप मतदाताओं पर भी है क्योंकि वे सरकार बनाने में मदद करते हैं।
उन्होंने कहा कि डॉलर कमाने के लिए गौमाता की हत्या की जा रही है। मांस को पैकेट में बंद कर विदेश भेजा जा रहा है। यह कलंक सभी पर है। देवी उपासना के बारे में उन्होंने कहा कि यह आसान भी है और कठिन भी। देवी को मां मानकर पूजा करने से वह हर गलती माफ कर देती हैं। उन्होंने सत्यतपा ऋषि का उदाहरण दिया, जिन्होंने सरस्वती के बीज मंत्र के उच्चारण मात्र से देवी को प्रसन्न कर लिया।
वहीं कार्यक्रम की शुरुआत पादुका पूजन से हुई। सुरेंद्र वर्मा, अमित भाटी और हितेश गुर्जर ने परिवार सहित पूजन किया। डॉ. मार्कंडेय और शिवांगी ने गुरुदेव का माल्यार्पण किया। ब्रह्मचारी राधिकानंद ने भजन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि गाय और ब्राह्मण को नुकसान पहुंचाने वाला राक्षस होता है। धर्माधिकारी जगदंबा प्रसाद सती ने धर्म का अर्थ समझाया और कीर्तन-सिमरन के बारे में जानकारी दी।