New Delhi: एअर इंडिया ने सोमवार को कहा कि 17 अगस्त को उसकी ज्यूरिख-दिल्ली उड़ान तकनीकी कारणों से रद्द कर दी गई है। इससे कुछ दिन पहले टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन ने कहा था कि उसने अपने बोइंग 787 विमानों के बेड़े का गहन "निरीक्षण" किया था और उसमें "कोई समस्या" नहीं पाई गई।
हालांकि, विमान में सवार एक यात्री ने बताया कि इंजन में समस्या के कारण विमान ने आखिरी समय में उड़ान रद्द कर दी। पिछले दो दिनों में, एअर इंडिया ने तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए कम से कम दो उड़ानें, जिनमें एक अंतरराष्ट्रीय उड़ान भी शामिल है, आखिरी समय में रद्द कर दी गई।
एअर इंडिया यूरोपीय बाजार की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपने बोइंग 787-8/9 विमानों का बेड़ा संचालित करती है। एयर इंडिया ने एक बयान में कहा, "17 अगस्त को ज्यूरिख से दिल्ली के लिए निर्धारित उड़ान AI152 तकनीकी कारणों और उसके बाद ज्यूरिख में रात्रि कर्फ्यू के कारण रद्द कर दी गई है।"
एयरलाइन ने कहा कि उसने यात्रियों के गंतव्य तक वैकल्पिक उड़ानों की व्यवस्था की है और यात्रियों के लिए होटल में ठहरने की व्यवस्था के साथ-साथ कैंसिल होने पर पूरा रिफंड या पुनर्निर्धारण विकल्प भी उपलब्ध करा रही है। एक्स पर जारी पोस्ट में यात्री ने कहा, "ज़्यूरिख से दिल्ली जाने वाली एअर इंडिया की उड़ान रद्द कर दी गई है, उड़ान भरने से कुछ क्षण पहले रद्द कर दी गई, इंजन में तकनीकी समस्या का हवाला दिया गया।"
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली जाने वाला एअर इंडिया का एक विमान, जिसमें लोकसभा सदस्य और कांग्रेस नेता हिबी ईडन समेत अन्य लोग सवार थे, रविवार को कोच्चि हवाई अड्डे पर तकनीकी खराबी के कारण उड़ान नहीं भर पाया।
इससे पहले एयरलाइन को अपनी मिलान-दिल्ली उड़ान को तकनीकी खराबी के कारण रद्द करना पड़ा था, जिसका पता पुशबैक के दौरान चला था। जनवरी 2022 में निजी हाथों में आने वाली ये एयरलाइन हाल ही में तकनीकी और रखरखाव संबंधी समस्याओं के कारण अंतिम समय में कुछ उड़ानों में देरी और रद्दीकरण कर रही है। एअर इंडिया के सीईओ और प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन द्वारा बार-बार दिए गए भरोसे के बावजूद ऐसा हुआ है कि एयरलाइन ने अपने बोइंग 787 विमानों के बेड़े की व्यापक जाँच की है।
हाल ही में ग्राहकों को दिए गए संदेश में अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद लंदन जाने वाली AI-171 उड़ान के घातक दुर्घटना के बाद उठाए गए अलग-अलग कदमों का ज़िक्र करते हुए विल्सन ने कहा कि उनके बोइंग 787-8 और 787-9 विमानों का गहन निरीक्षण किया गया और "निरीक्षण के दौरान कोई समस्या नहीं पाई गई"।