चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर फिल्म अभिनेत्री और मंडी लोकसभा सीट से चुनावी जीत हासिल करने वाली कंगना रनौत पर गुरुवार को एयरपोर्ट पर मौजूद महिला सुरक्षाकर्मी के द्वारा थप्पड़ मारे जाने का मामला तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है। इस मुद्दे पर राजनीति अपने चरम पर है। इसी क्रम में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी महिला सुरक्षाकर्मी के पक्ष में खड़े नजर आ रहे हैं। जहां राकेश टिकैत ने सोशल मीडिया पर अपने बयान का एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि सुरक्षाकर्मी कुलविंदर ने जो किया उसकी जांच की जानी चाहिए लेकिन उसे नौकरी से सस्पेंड कर देना एकदम गलत है। साथ ही राकेश टिकैत ने कहा कि कंगना रनौत का ये बयान बिल्कुल गलत है जिसमें उन्होंने कहा है कि किसान आंदोलन में पैसों पर महिलाएं और किसान आए थे।
राकेश टिकैत ने कहा कि चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर कंगना रनौत के साथ जो हुआ वो सिर्फ बहस थी सीआईएसएफ जवान कुलविंदर कौर ने कंगना रनौत को कोई थप्पड़ नहीं मारा और उनके बीच सिर्फ बहस हुई थी। उन्होंने कहा कि कंगना रनौत का ये बयान गलत था जिसमें उन्होंने कहा था कि किसान आंदोलन में जो किसान प्रदर्शन करने के लिए बैठे थे और जो महिलाएं वहां थी वो 100-100 रुपये लेकर आंदोलन में आते है और उसी से सीआईएसएफ जवान कुलविंदर आहत थी। उन्होंने कहा कि पूरा पंजाब सीआईएसएफ जवान कुलविंदर कौर के साथ है। साथ ही उन्होंने कहा कि सीआईएसएफ जवान कुलविंदर कौर ने जो गलती की है उसके हिसाब से उस पर धारा लगाई जानी चाहिए लेकिन उसे सस्पेंड करना या नौकरी से बर्खास्त करना सरासर गलत है।
इस दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए की आखिर ऐसी घटनाएं क्यों हो रहीं हैं। उन्होंने कहा कि देश में जय जवान जय किसान का नारा लगता है और क्या फोर्स के लोग आज तंग नहीं है। उन्होंने कहा की फौज में जो बच्चे हैं वो भी अपने ही परिवार के हैं और क्या उन्हें एक साल तक आतंकवादी नहीं कहा गया और क्या 13 महीने तक उनकी इंसल्ट नहीं की गई। उन्होंने कहा कि ये दर्द फौज के हर जवान का है। इस दौरान राकेश टिकैत राजनीतिक लोगों को भी हिदायत देते हुए कहा कि ज्यादा छेड़खानी करने की जरूरत नहीं है और नेता भी अपनी बयानबाजी बंद करें। इस दौरान उन्होंने कहा कि पंजाब को खालिस्तानी कहना और उसके समर्थक कहना और वे लोग जीत कर वहां से आ रहे हैं। उनको आप लोग जबरदस्ती दबा नहीं सकते। उन्होंने कहा कि पूरे देश के किसानों के लिए ऐसा कहा गया था और नेता भी ऊक चूक बयान देना बंद करें।
गौरतलब है कि दिल्ली की सीमाओं पर लंबे समय तक किसान आंदोलन चला था जिसकी अगुआई राकेश टिकैत ने की थी और सरकार को किसानों के आंदोलन के चलते तीनों कृषि कानून वापस लेने पड़े थे और इसी आंदोलन को लेकर फिल्म अभिनेत्री और मंडी सीट से चुनी गई सांसद कंगना रनौत के द्वारा वहां प्रदर्शन करने वाले किसानों और महिलाओं को लेकर टिप्पणी की गई थी कि वो 100-100 रुपये लेकर किसान आंदोलन में प्रदर्शन करने आए हैं और इसी बयान पर चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर मौजूद सीआईएसएफ महिला जवान पर फिल्म अभिनेत्री का कंगना रनौत को थप्पड़ मारने का आरोप लगा है।
रिपोर्ट- प्रदीप शर्मा