उपचुनाव की जंग से पहले प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा केदारनाथ की जमीन को अपने लिए उर्वरा बना देना चाहती है। इसके लिए संगठन से लेकर सरकार ने ताकत झोंक दी है। मानसून में आई आपदा के जख्मों पर राहत का मरहम लगाने के लिए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित व्यापारियों के लिए नौ करोड़ रुपये के पैकेज जारी कराया है।
उधर, संगठन ने भी सरकार के पांच प्रमुख मंत्रियों को केदारनाथ विधानसभा के प्रत्येक मंडल की जिम्मेदारी सौंपी है। पार्टी के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ मिलकर सरकार के मंत्रियों की जल्द मोर्चे पर उतरने की तैयारी है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट कहते हैं, जिम्मेदारी देने के बाद अब मंत्री मोर्चे पर उतर जाएंगे। वे जल्द ही मंडल स्तर पर जन संवाद और बैठकें शुरू करेंगे। वे प्रदेश में चल रहे सदस्यता अभियान से लोगों को जोड़ेंगे।
भट्ट ने प्रत्येक विधायक को उसी विधानसभा में लोकसभा चुनाव में मिले कुल प्राप्त वोटों को सदस्यता में तब्दील करने का भी टाॅस्क दिया है। शैलारानी रावत के निधन के बाद केदारनाथ सीट खाली है, इसलिए इस सीट पर वोटों को सदस्यता में बदलने का जिम्मा मंत्रियों से लेकर पार्टी पदाधिकारियों के कंधे पर है।