तमिलनाडु के तिरुप्पुर के पास एमजीआर नगर में मंगलवार दोपहर गैस सिलेंडरों के लगातार विस्फोटों ने 42 अस्थायी घरों को पूरी तरह से तबाह कर दिया। अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
खबरों के अनुसार सारा देवी नाम की एक महिला ने इलाके में अपनी निजी जमीन पर 42 टीन की छत वाले किराये के मकान बनवाए थे। ये घर उत्तरी राज्यों और दूसरे जिलों से आए प्रवासी मजदूरों को किराए पर दिए गए थे, जिनमें से कई परिवार के साथ वहां रहते थे।
दोपहर लगभग 2:45 बजे एक घर में रसोई गैस सिलेंडर में विस्फोट हो गया। आग तेजी से फैल गई और आसपास के घरों में रखे पांच से ज्यादा एलपीजी सिलेंडरों में आग लग गई। इसके बाद हुई सिलसिलेवार प्रतिक्रिया ने भीषण आग पकड़ ली और सभी 42 घर राख में तब्दील हो गए।
अग्निशमन कर्मी मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाने के लिए कड़ी मशक्कत की। उनकी कोशिशों के बावजूद, प्रभावित घरों का सारा घरेलू सामान आग में जलकर राख हो गया। तिरुप्पुर उत्तर पुलिस ने मामला दर्ज कर घटना की जाँच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने ज़मीन मालिक सारा देवी से इन असुरक्षित टिन-शीट ढाँचों के निर्माण और किराये के बारे में भी पूछताछ शुरू कर दी है।