सूखाताल को झील के रूप में विकसित करने के लिए 29 करोड़ की लागत से इसका सौंदर्यीकरण कार्य किया जाना है, जिसके मास्टर प्लान का कुमाऊं आयुक्त ने गहन अध्ययन कर जानकारी ली। प्रबंधक निदेशक केएमवीएन डां. संदीप तिवारी ने बताया कि उनके द्वारा सुखाताल सौंदर्यीकरण के विकास कार्य किए जा रहा हैं।
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने कहा सुखाताल के सौंदर्यीकरण का कार्य शीघ्र कर लिया जाए और सौंदर्यीकरण का कार्य उच्च गुणवत्ता युक्त हो। इस दौरान मामला सामने आया कि एक नाले में प्राकृतिक स्रोत के जल के साथ सीवेज का जल भी ताल में आ रहा है, जिसकी यथाशीघ्र उचित व्यवस्था करने के लिए कुमाऊं आयुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।