आज माघ शुक्ल पक्ष शुद्ध नवमी तिथि को राष्ट्र गुरू समर्थ रामदास की पुण्यतिथि दासनवमी के रूप में मनाया जाता है, आज ही के दिन सन 1682 में राष्ट्रगुरु समर्थ रामदास स्वामी जी ने पंचभौतिक देह का त्याग कर समाधि धारण की थी।
आज सब राष्ट्र संत की 343 वी पुण्यतिथि का उत्सव यहां मना रहे हैं, इस अवसर पर महाराष्ट्र के अहिल्या नगर में आनंदी नारायण कृपा न्यास समर्थ मठ खातगाव में यह उत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समर्थ भक्त, सेवक और स्थानीय लोगों ने भाग लिया। राष्ट्रीय संत समर्थ रामदास के विचार और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान पर प्रवचन सेवा, कीर्तन सेवा, दासबोध पारायण आदि कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में मोहनबुवा रामदासी ने समर्थ रामदास की निर्वाण कथा उपस्थित लोगों को बताई एवं राष्ट्र गुरू के आध्यात्मिक, सामाजिक कार्यों एवं मठ के द्वारा संचालित विविध सेवा प्रकल्प के बारे में जानकारी दी। महोत्सव में आदि गुरु शंकराचार्य करवीर मठ भी उपस्थित रहे। इसके साथ ही साईं बाबा, स्वामी समर्थ, गजानन महाराज, धर स्वामी महाराज की चरण पादुका का दर्शन लाभ भी सेवकों को मिला।