Chandigarh: चंडीगढ़ की 17 साल की जाह्नवी जिंदल ने फ्रीस्टाइल स्केटिंग में पांच गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाकर बड़ी कामयाबी हासिल की है। वे स्केटिंग के इस इवेंट में पांच गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकाॅर्ड में नाम दर्ज करवाने वाली देश की पहली खिलाड़ी बनी हैं। उन्होंने स्केटिंग का अपना सफर 2018 में शुरू किया था, तब से लेकर आज तक उन्होंने कई पदक जीते हैं। उनका अंदाज भी अनोखा है। स्केट पहनकर वे भांगड़ा और योग भी करती हैं।
जाह्नवी के स्केटिंग से जुड़े रिकॉर्डों को हाल ही में आधिकारिक तौर पर मान्यता दी गई। वे अब भारत में 18 साल से कम उम्र की सबसे ज्यादा गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाली लड़की भी हैं। ये रिकॉर्ड बनाने वाली वे चंडीगढ़ की इकलौती महिला एथलीट हैं। जाह्नवी के ये रिकॉर्ड इसलिए ज्यादा खास हैं क्योंकि ये कारनामा उन्होंने बिना किसी कोच के किया है।
जाह्नवी ने स्केटिंग से जुड़ी हर बारीकी को ऑनलाइन सीखा और फिर सड़कों, सीढ़ियों और दुकानों के सामने लगातार अभ्यास कर महारथ हासिल की। स्केटिंग की दुनिया में जाह्नवी की कामयाबी के इस सफर में उनके पिता का खास योगदान है। उन्होंने न सिर्फ हर कदम पर बेटी का हौसला बढ़ाया बल्कि इंटरनेट के जरिए स्केटिंग की तकनीकें सीखकर अभ्यास में जाह्नवी की मदद की।
जाह्नवी खुद एक युवा हैं लेकिन वे स्केटिंग की दुनिया में अपने कारनामों से देश के अनगिनत युवा एथलीटों के लिए मिसाल बन चुकी हैं। वे सीख दे रही हैं कि अगर इरादे बुलंद हों तो भारतीय खेल की दुनिया में क्या कुछ किया जा सकता है। चंडीगढ़ की सड़कों से गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स तक का जाह्नवी का सफर दिखाता है कि अगर जुनून हो, परिवार का साथ मिले और तकनीक का बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो कोई भी सपना बड़ा नहीं है।